Aaj Ka Panchang 17 May 2022 / आज का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, पंचांग और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

आज से हिन्दी पंचांग का तीसरा महीना ज्येष्ठ शुरू हो रहा है। इस महीने में सूर्य वृष राशि में रहता है। इसलिए इस महीने गर्मी अधिक पड़ती है। इस महीने जलदान का काफी महत्व है।

Vikrant Shekhawat : May 17, 2022, 09:30 AM
आज से हिन्दी पंचांग का तीसरा महीना ज्येष्ठ शुरू हो रहा है। इस महीने में सूर्य वृष राशि में रहता है। इसलिए इस महीने गर्मी अधिक पड़ती है। इस महीने जलदान का काफी महत्व है।


पंचांग मई 17 2022,मंगलवार


विक्रम संवत - 2079, राक्षस

शक सम्वत - 1944, शुभकृत्

पूर्णिमांत -ज्येष्ठ

अमांत - बैशाख 


हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कृष्ण पक्ष द्वितीया [ क्षय तिथि ] दिन है. सूर्य वृषभ और चन्द्रमा वृश्चिक राशि में संचरण करेगा.


आज का पंचांग


कृष्ण पक्ष द्वितीया [ क्षय तिथि ] 


May 17 06:25 AM – May 18 03:00 AM


नारद जयंती


नक्षत्र: अनुराधा


आज का दिशाशूल: पूर्व दिशा


आज का राहुकाल: 3:40 PM – 5:19 PM


 


सूर्य और चंद्रमा का समय :

सूर्योदय - 5:48 AM

सूर्यास्त - 6:57 PM

चन्द्रोदय - May 17 8:34 PM

चन्द्रास्त - May 18 7:27 AM

 


शुभ काल :

अभिजीत मुहूर्त - 11:56 AM – 12:49 PM

अमृत काल - 12:19 AM – 01:44 AM

ब्रह्म मुहूर्त - 04:12 AM – 05:00 AM


योग :

शिव - May 17 02:31 AM – May 17 10:37 PM

सिद्ध - May 17 10:37 PM – May 18 06:44 PM


17 मई को मनाई जाएगी नारद जयंती

17 मई, मंगलवार को नारद जयंती का पर्व मनाया जाएगा। पुराणों के अनुसार नारद ब्र्हमदेव को पुत्र हैं और तीनो लोकों में भगवान विष्णु का गुणगान करते हैं। कुछ ग्रंथों में तो इन्हें स्वयं भगवान विष्णु का भक्ति अवतार भी कहा जाता है। नारद से जुड़ी अनेक कथाएं धर्म ग्रंथों में बताई गई है। इन्हें ऋषिराज के नाम से भी पुकारा जाता है। भगवान विष्णु ने कई मौकों पर नारद के गर्व का भंग किया है और उन्हें भक्ति का मार्ग दिखाया है।


ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...

मंगलवार को मंगल ग्रह राशि बदलकर कुंभ से निकलकर मीन में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही गुरु और शुक्र ग्रह स्थित है। इस दिन सूर्य वृषभ और बुध वृषभ राशि में (वक्री अस्त), मंगल और शनि कुंभ राशि में, राहु मेष राशि में और केतु तुला राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।


आज का पंचांग तिथि क्या है?

- कृष्ण पक्ष द्वितीया