देश / हाईवे जाम करना, टंकियों पर चढ़ना अपनी मांगें मनवाने का सही तरीका नहीं: सीएम चन्नी

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रदर्शनकारियों से पानी की टंकियों पर चढ़ने और हाईवे जाम करने से बचने को कहा है और ऐसा करने वालों के खिलाफ एफआईआर की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, "यह अपनी मांगें मनवाने का सही तरीका नहीं है।" सीएम को बरनाला में शनिवार को कर्मचारी संघों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

Vikrant Shekhawat : Nov 29, 2021, 08:42 AM
बरनाला: पंजाब में जनसभाओं के दौरान विभिन्न मांगों को लेकर नाराज अध्यापकों और बेरोजगार टीचरों द्वारा जगह-जगह मंत्रियों के विरोध से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नाराज हैं। शनिवार को उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अब उन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएंगी, जो पानी की टंकियों पर चढ़ते हैं या राजनीतिक मंच पर बाधा डालते हैं।

मुख्यमंत्री ने यह एलान शनिवार को महिलकलां अनाज मंडी में जनसभा में अपने भाषण के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और किसान संगठनों के अलावा कुछ अन्य प्रदर्शनकारियों द्वारा नारेबाजी किए जाने के बाद किया। इस मौके पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। हालांकि मुख्यमंत्री चन्नी ने इस मौके पर प्रदर्शनकारियों से कहा कि पूर्व सीएम हमेशा सोए रहते थे और मैं कभी नहीं सोया। आप जब चाहे आ सकते हैं और मुझसे मिल सकते हैं और अपने मुद्दों को सुलझा सकते हैं।

बरनाला में शनिवार को मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी महिलकलां और भदौड़ के बाद बरनाला के मैरीलैंड पैलेस में रखे एक सरकारी समागम में चेक वितरित करने पहुंचे तो बेरोजगार, कच्चे मुलाजिमों, एनआरएचएम और आंगनबाड़ी वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर उनका विरोध किया। पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर जाम हटवाया। इस दौरान बेरोजगारों व कच्चे मुलाजिमों की पुलिस के साथ काफी झड़प हुई। 

जब मुख्यमंत्री चन्नी भदौड़ में कस्बा तपामंडी पहुंचे तो कच्चे अध्यापक अपनी मांगों के लिए पानी वाली टंकी पर चढ़ गए। एक अध्यापक ने अपने हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल पकड़ी हुई थी। इस पर सीएम चन्नी ने कहा कि ऐसे विरोध करने से कोई बात नहीं बनने वाली, वह 24 घंटे लोगों की सेवा में हाजिर हैं, उनको आकर मिलो, वह सभी की मांगें पूरी करेंगे। 

लगातार हो रहा है सीएम और मंत्रियों के कार्यक्रमों का विरोध

राज्य भर में कच्चे कर्मचारियों, आंगनबाड़ी वर्करों और अन्य संगठनों की ओर से मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं की जनसभाओं का विरोध किया जा रहा है। बीते चार दिन से मुख्यमंत्री की मोगा, बरनाला व अन्य इलाकों में जनसभाओं में ईटीटी अध्यापक, बेरोजगार टीचर, कच्चे मुलाजिम अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करके खलल डाल रहे हैं। 

दूसरी तरफ, मोहाली जिले में कुछ टीचर अपनी मांगों के समर्थन में पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं। शनिवार को पंजाब शिक्षा विभाग का एक टीचर चंडीगढ़ स्थित हाई प्रोफाइल पंजाब एमएलए हॉस्टल में लगे बीएसएनएल के टावर पर चढ़ गया। मोहाली जिले में टंकी पर चढ़े टीचरों से मिलने आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पहुंच गए, वहीं चंडीगढ़ में अकाली नेता सुखबीर बादल व बिक्रम सिंह मजीठिया ने टावर पर चढ़े अध्यापक से बातचीत की। इस तरह राज्य में टीचरों का विरोध अब सियासी रूप लेने लगा है।