Vikrant Shekhawat : Jun 25, 2020, 06:24 PM
न्यूज हैल्पलाइन, मुम्बई | फिल्म इण्डस्ट्री के अभिनेता, लेखक और निर्माता हरि विष्णु का कहना है कि “धर्मा प्रोडक्शंस, यश राज फिल्म्स, बालाजी टेलीफिल्म्स, सलमान खान फिल्म्स, नाडियाडवाला ग्रुप, ट्रेसिज़, मैडॉक आदि ने लोगों के करियर बनाने से ज्यादा बिगाड़ दिए है।" सुशांत की मौत से आहत विष्णु का कहना है कि मैं बॉलीवुड इंडस्ट्री के नेपोटिज्म कल्चर में बदलाव लाऊंगा।विष्णु बॉलीवुड सिनेमा में अपने होम बैनर वीसीसी स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के तहत काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे इंडस्ट्री में नेपोटिज्म कल्चर को हटाएंगे। और साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वो नए टैलेंट को मौका देतें है।
होम बैनर के साथ अपने उद्देश्यों और महत्वाकांक्षाओं के बारे में बात करते हुए, हरि ने कहा, “मैं सुशांत सिंह राजपूत के बारे में सुनकर हैरान हुआ। सुशांत इतने अच्छे दिखने वाले और एक शानदार अभिनेता थे। नेपोटिज्म ने उन्हें मार दिया। उन सभी न्यू कमर्स के बारे में सोचिए! जो इस इंडस्ट्री में नए हैं, और अभी भी संघर्ष कर रहे हैं, वो अभी क्या सोच रहे होगें?”
“इन चीजों को रोकने की बहुत जरूरत है। और किसी को इसके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। मैं नए टैलेंट को मौका देकर और उनकी मदद करके अपना काम कर रहा हूं। मै इसे अपनी ज़िम्मेदारी समझता हूँ और उसे बखूबी निभाने की कोशिश कर रहा हूँ । मैं नए राइटर्स, मेकर्स, एक्टर्स, सिंगर्स और टेक्नीशियन्स और वो सभी जो भी इस इंडस्ट्री में एक मौके की तलाश कर रहा है उन्हें ज़रूर अवसर दूंगा।" इसके अलावा, हरि विष्णु ने इंडस्ट्री द्वारा न्यू कमर्स को परेशान करने और उनके सपनों को चकनाचूर करने के लिए भी एक बात कही। विष्णु ने कहा, “इंडस्ट्री का मुख्य उद्देश्य कैरियर ग्रोथ और लोगों को एंटरटेन करना है। यह इंडस्ट्री उन हजारों को रोज़गार देती है जो पूरी लगन और समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन बहुत कम लोग ही सफलता पाते हैं, ऐसा क्यों है? क्यों स्टार बच्चों के लिए यह आसान होता है? यह एक बहुत ही दुखद सच्चाई है, लेकिन इंडस्ट्री में कुछ ऐसे लोगों का समूह हैं जो फिल्म इंडस्ट्री को कंट्रोल करते हैं और वे लोग ही न्यू कमर्स के टैलेंट और ड्रीम्स को मार रहे हैं।"“धर्मा प्रोडक्शंस, यश राज फिल्म्स, बालाजी टेलीफिल्म्स, सलमान खान फिल्म्स, नाडियाडवाला ग्रुप, ट्रेसिज़, मैडॉक फिल्म्स जैसे बड़े बैनरों ने लोगों के करियर बनाने से ज्यादा बिगाड़ दिए है। वे न्यू कमर्स के टैलेंट की कद्र नहीं करते हैं, वे स्टार किड्स में रुचि रखते हैं और मैं अपने प्रोडक्शन हाउस के साथ इस नेपोटिज्म के कल्चर को बदलने का उद्देश्य रखता हूं। सुशांत सिंह के फैन बेस थे और इसलिए सुर्खियां बनीं, अन्यथा ये लोग इससे दूर हो जाते।"
वीसीसी स्टूडियो 5000 स्क्रीन पर फिल्में रिलीज करता है। और यदि यह फिल्म छोटी हो तो भी 3000-4000 स्क्रीन पर रिलीज होती है। इसलिए ताकि प्रोड्यूसर्स को फिल्म के रिलीज होने के बाद जल्द ही वसूली मिल सकें।
हरि विष्णु साउथ फिल्म इंडस्ट्री से एक प्रमुख फिल्म फाइनेंसर हैं और उन्होंने फिल्मों जैसे- विजय माल्या बायोपिक, मुगल, कलाकार, पैसा बोलता है, जहांपनाह और कई और फिल्मों की रिलीज में पार्टनरशिप की है।
होम बैनर के साथ अपने उद्देश्यों और महत्वाकांक्षाओं के बारे में बात करते हुए, हरि ने कहा, “मैं सुशांत सिंह राजपूत के बारे में सुनकर हैरान हुआ। सुशांत इतने अच्छे दिखने वाले और एक शानदार अभिनेता थे। नेपोटिज्म ने उन्हें मार दिया। उन सभी न्यू कमर्स के बारे में सोचिए! जो इस इंडस्ट्री में नए हैं, और अभी भी संघर्ष कर रहे हैं, वो अभी क्या सोच रहे होगें?”
“इन चीजों को रोकने की बहुत जरूरत है। और किसी को इसके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। मैं नए टैलेंट को मौका देकर और उनकी मदद करके अपना काम कर रहा हूं। मै इसे अपनी ज़िम्मेदारी समझता हूँ और उसे बखूबी निभाने की कोशिश कर रहा हूँ । मैं नए राइटर्स, मेकर्स, एक्टर्स, सिंगर्स और टेक्नीशियन्स और वो सभी जो भी इस इंडस्ट्री में एक मौके की तलाश कर रहा है उन्हें ज़रूर अवसर दूंगा।" इसके अलावा, हरि विष्णु ने इंडस्ट्री द्वारा न्यू कमर्स को परेशान करने और उनके सपनों को चकनाचूर करने के लिए भी एक बात कही। विष्णु ने कहा, “इंडस्ट्री का मुख्य उद्देश्य कैरियर ग्रोथ और लोगों को एंटरटेन करना है। यह इंडस्ट्री उन हजारों को रोज़गार देती है जो पूरी लगन और समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन बहुत कम लोग ही सफलता पाते हैं, ऐसा क्यों है? क्यों स्टार बच्चों के लिए यह आसान होता है? यह एक बहुत ही दुखद सच्चाई है, लेकिन इंडस्ट्री में कुछ ऐसे लोगों का समूह हैं जो फिल्म इंडस्ट्री को कंट्रोल करते हैं और वे लोग ही न्यू कमर्स के टैलेंट और ड्रीम्स को मार रहे हैं।"“धर्मा प्रोडक्शंस, यश राज फिल्म्स, बालाजी टेलीफिल्म्स, सलमान खान फिल्म्स, नाडियाडवाला ग्रुप, ट्रेसिज़, मैडॉक फिल्म्स जैसे बड़े बैनरों ने लोगों के करियर बनाने से ज्यादा बिगाड़ दिए है। वे न्यू कमर्स के टैलेंट की कद्र नहीं करते हैं, वे स्टार किड्स में रुचि रखते हैं और मैं अपने प्रोडक्शन हाउस के साथ इस नेपोटिज्म के कल्चर को बदलने का उद्देश्य रखता हूं। सुशांत सिंह के फैन बेस थे और इसलिए सुर्खियां बनीं, अन्यथा ये लोग इससे दूर हो जाते।"
वीसीसी स्टूडियो 5000 स्क्रीन पर फिल्में रिलीज करता है। और यदि यह फिल्म छोटी हो तो भी 3000-4000 स्क्रीन पर रिलीज होती है। इसलिए ताकि प्रोड्यूसर्स को फिल्म के रिलीज होने के बाद जल्द ही वसूली मिल सकें।
हरि विष्णु साउथ फिल्म इंडस्ट्री से एक प्रमुख फिल्म फाइनेंसर हैं और उन्होंने फिल्मों जैसे- विजय माल्या बायोपिक, मुगल, कलाकार, पैसा बोलता है, जहांपनाह और कई और फिल्मों की रिलीज में पार्टनरशिप की है।