बेटी पैदा करने की सजा / देवास में गर्म सरिए से दाग दिए महिला के हाथ-पैर, ससुराल के सात लोगों पर प्रकरण

देवास जिले के बरोठा में ससुरालवालों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। एक विवाहिता को इतनी सख्त सजा दी कि उसके जख्म शरीर के साथ आत्मा तक पहुंचे। उसकी गलती इतनी थी कि उसने बेटी को जन्म दिया और ससुरालवाले बेटा चाहते थे। सरिये को गर्म कर हाथ-पैर में चोट पहुंचाई जिससे गहरे घाव हो गया।

Vikrant Shekhawat : Mar 20, 2022, 06:14 PM
देवास जिले के बरोठा में ससुरालवालों का अमानवीय चेहरा सामने आया है। एक विवाहिता को इतनी सख्त सजा दी कि उसके जख्म शरीर के साथ आत्मा तक पहुंचे। उसकी गलती इतनी थी कि उसने बेटी को जन्म दिया और ससुरालवाले बेटा चाहते थे। सरिये को गर्म कर हाथ-पैर में चोट पहुंचाई जिससे गहरे घाव हो गया। 

जानकारी के मुताबिक घटना बरोठा थाना क्षेत्र के ग्राम नारियाखेड़ा की है। तिल्लोर गांव की लक्ष्मी का विवाह करीब तीन साल पहले बबलू झाला से हुआ था। लक्ष्मी ने सोचा था कि अपने नाम के अनुरूप वह लक्ष्मी बनकर ससुराल जाएगी और हंसी-खुशी जीवन बिताएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शुरुआती एक साल तक तो फिर भी ठीक रहा, लेकिन जब लक्ष्मी गर्भवती हुई और उसने बेटी को जन्म दिया तो अत्याचारों का सिलसिला शुरू हुआ। लक्ष्मी का कसूर यही था कि उसे बेटी हुई जबकि उसकी देवरानी ने बेटे को जन्म दिया। इसके चलते ससुरालवाले उसे ताने मारने लगे।

16 मार्च की रात को उसे पीटा गया और सरिया गर्म करके हाथ-पैर में दागा। पैर में गंभीर घाव हो गया। किसी को बताने पर धमकी भी दी। धुलेंडी पर मामला बरोठा पुलिस के पास पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने फरियादी लक्ष्मी के बयान लिए और उसकी शिकायत पर आरोपी पति बबलू झाला, ससुर भेरू झाला, सास मंजू झाला, देवर अंकित झाला, देवरानी काजल झाला के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया।

थाना प्रभारी शैलेंद्रसिंह मुकाती ने बताया कि महिला एसआई को मामले की जांच सौंपी गई है। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश की जा रही है। पीड़िता के पैर में सरिये के कारण गंभीर घाव हुआ है, अन्य जगह भी चोट के निशान हैं।