Live Hindustan : Jun 04, 2020, 08:07 PM
जम्मू कश्मीर | पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने कश्मीर घाटी में तीन वाहन-बम विस्फोटों की साजिश रची थी। इस बारे में केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने सुरक्षाबलों को अलर्ट जारी किया है। इन तीन हमलों में से एक हमले का प्रयास किया जा चुका है, मगर सतर्क सुरक्षाबलों द्वारा हाल ही में इसे नाकाम कर दिया गया। एजेंसियों ने यह भी कहा कि 28 मई को पुलवामा में विफल कार बम विस्फोट, आतंकवादी समूह द्वारा नियोजित तीन में से एक हमला था।जवानों का अपहरण करने की भी योजनासुरक्षाबलों को सतर्क किया गया है कि जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों के एक समूह द्वारा नगाम, श्रीनगर और कुलगाम में सुरक्षा बल के प्रतिष्ठानों पर वाहन-आधारित आईईडी हमला करने की संभावना है। एजेंसियों ने सुरक्षा प्रतिष्ठानों को और सतर्क किया कि अज्ञात आतंकवादियों का एक समूह शोपियां में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों का अपहरण करने की योजना बना रहा है।जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 28 मई को एक बड़े आतंकी हमले को टाल दिया था। पुलिस ने पीछा करते हुए दक्षिण कश्मीर जिले में लगभग 45 किलो विस्फोटक से लदी एक कार को जब्त करके आतंकी मंसूबों पर पानी फेर दिया था।14 फरवरी जैसे हमले के फिराक में आतंकीकश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा है कि प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह की योजना के बारे में खुफिया सूचनाएं हैं, जो पिछले साल 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले जैसा ही हो सकता है, जिसमें 40 कर्मियों की मौत हो गई थी।सुनियोजित ढंग से विस्फोट करके बड़ा हमला टाल दिया गयाएक संदिग्ध कार को शाम के समय एक चेक पोस्ट के पास देखा गया और उसे रुकने का संकेत दिया गया। इसके बाद चालक ने कार को एक अलग दिशा में मोड़ दिया और किसी अन्य चेक पोस्ट पर फंसने से पहले ही घटनास्थल से भाग गया। एक अन्य चेक पोस्ट पर सुरक्षाबलों ने चेतावनी देने के लिए कुछ फायर भी किए मगर आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाते हुए कार को छोड़कर भाग खड़े हुए। बलों ने दूर से वाहन की जांच की और पाया कि यह विस्फोटक से भरी हुई थी। इसके बाद बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और कार में बड़े सुनियोजित ढंग से विस्फोट करके बड़ा हमला टाल दिया गया। स्वयंभू शीर्ष कमांडर अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई मारा गयासुरक्षाबलों ने एक सप्ताह के अंदर इसके पीछे रहे आतंकवादियों की पहचान की और तीन जून को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान मुख्य साजिशकतार्ताओं में से एक को मार गिराया गया। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के कांगन गांव में सुरक्षाबलों के साथ गोलीबारी में तीन जैश आतंकवादी मारे गए। इनमें स्वयंभू शीर्ष कमांडर अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई भी शामिल था। फौजी पाकिस्तान के मुल्तान का रहने वाला था और एक आईईडी विशेषज्ञ था। वह एक कार बम का मास्टरमाइंड था, जिसका सुरक्षाबलों ने पता लगाया और नियंत्रित तरीके से विस्फोट के माध्यम से इसे नष्ट कर दिया।