Vikrant Shekhawat : Apr 02, 2021, 04:49 PM
दिनहाटा (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल (West Bengal Assembly Election 2021) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने जोर दे कर कहा कि वह नंदीग्राम (Nandigram) सीट से चुनाव जीत रही हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर शुक्रवार को पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें मोदी से किसी अन्य सीट से चुनाव लड़ने के बारे में ‘सलाह' नहीं चाहिए। मोदी ने गुरुवार को कहा था कि बनर्जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन ‘अफवाहों’ में कितनी सच्चाई है कि वह अंतिम चरण के चुनाव के लिए किसी अन्य सीट से नामांकन दाखिल करने जा रही हैं। उनका कहना था कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने नंदीग्राम से हार स्वीकार कर ली है।
बनर्जी ने उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक चुनावी रैली में कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहती हूं कि पहले अपने गृह मंत्री को काबू कीजिए, इनके बाद हमें नियंत्रित करने की कोशिश कीजिएगा। हम आपकी पार्टी के सदस्य नहीं हैं जो आप हमें नियंत्रित कर लेंगे।' उन्होंने कहा,'मैं आपकी पार्टी की सदस्य नहीं हूं जो आप मुझे दूसरी सीट से चुनाव लड़ने का सुझाव देंगे। मैंने नंदीग्राम से चुनाव लड़ा है और वहीं से जीतूंगी।'यहां रैली से अपनी उत्तर बंगाल की यात्रा की शुरुआत करने वाली बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग चुनाव नहीं करा रहा बल्कि गृह मंत्री अमित शाह चुनाव करा रहे हैं।बनर्जी ने कहा, 'मैं नंदीग्राम से जीत रही हूं लेकिन यह चुनाव सिर्फ मेरे बारे में नहीं है। आपको यह सुनिश्चित करना है कि टीएमसी 200 से अधिक सीटें जीते अन्यथा भाजपा अपनी धन शक्ति का इस्तेमाल गद्दारों को खरीदने में करेगी।''विभाजनकारी राजनीति' से सावधान रहें- ममताऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के असदुद्दीन ओवैसी का अध्यक्ष और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (ISF) के अब्बास सिद्दीकी का नाम लिए बिना, उन्होंने अल्पसंख्यकों, SC और ST मतदाताओं से आग्रह किया कि वे अपनी 'विभाजनकारी राजनीति' से सावधान रहें।टीएमसी नेता ने कहा कि 'एक नेता है जो हैदराबाद से आया है और एक फुरफुरा शरीफ से है। उनके जाल में न पड़ें। वे यहां लोगों को धार्मिक आधारा पर बांटने के लिए आए हैं।अल्पसंख्यकों, एसटी और एससी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है, कृपया किसी को भी अपने मतों को विभाजित करने की अनुमति न दें।'किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा- सीएमउन्होंने मतुआ समुदाय के अनुयायियों से मिलने के लिए पीएम की बांग्लादेश यात्रा के समय पर भी सवाल उठाया। सीएम ने कहा 'चुनाव चल रहे हैं और वह बांग्लादेश गया। बंगाल में लोग मूर्ख नहीं हैं। हर कोई जानता है कि वह बांग्लादेश क्यों गए थे।' ममता ने चुनाव आयोग पर भाजपा की ओर से काम करने का आरोप लगाया। हालांकि सीएम ने विश्वास जताया कि टीएमसी पहले दो चरणों में आगे बढ़ रही है क्योंकि लोगों ने उनकी पार्टी में विश्वास जाहिर किया है।उन्होंने आरोप लगाया कि 63 शिकायतें दर्ज करने के बावजूद, चुनाव आयोग द्वारा भाजपा नेताओं के निर्देश के चलते उन पर ध्यान नहीं दिया गया। ममता ने कहा '63 में से, मैंने एक एफआईआर भी दर्ज की, लेकिन चुनाव आयोग चुप नहीं रहा। भाजपा के गुंडे हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं। मुझे यह कहते हुए खेद है कि चुनाव आयोग हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा पर चुप है। चुनाव आयोग भाजपा को हमें हराने में उनकी मदद कर रहा है। मैं चुनाव आयोग को बताना चाहती हूं कि वह जो भी कर रहे हैं, लोगों ने भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला किया है। जब हम दो मई को सरकार बनाएंगे, तब मैं सभी 63 मामलों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करूंगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।'उन्होंने तमिलनाडु में चुनावों का भी जिक्र किया, जहां 6 अप्रैल को मतदान होना है। ममता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा अपने राजनीतिक हित के लिए विभिन्न एजेंसियों का उपयोग कर रही है। सीएम ने कहा कि 'जो उनका विरोध कर रहा है बीजेपी वहां सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स भेज रही है। वे जांच एजेंसियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश क्यों नहीं भेज रहे हैं? वे केवल उन लोगों को परेशान कर रहे हैं जो उनका विरोध कर रहे हैं?'
बनर्जी ने उत्तर बंगाल के कूचबिहार जिले के दिनहाटा में एक चुनावी रैली में कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहती हूं कि पहले अपने गृह मंत्री को काबू कीजिए, इनके बाद हमें नियंत्रित करने की कोशिश कीजिएगा। हम आपकी पार्टी के सदस्य नहीं हैं जो आप हमें नियंत्रित कर लेंगे।' उन्होंने कहा,'मैं आपकी पार्टी की सदस्य नहीं हूं जो आप मुझे दूसरी सीट से चुनाव लड़ने का सुझाव देंगे। मैंने नंदीग्राम से चुनाव लड़ा है और वहीं से जीतूंगी।'यहां रैली से अपनी उत्तर बंगाल की यात्रा की शुरुआत करने वाली बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग चुनाव नहीं करा रहा बल्कि गृह मंत्री अमित शाह चुनाव करा रहे हैं।बनर्जी ने कहा, 'मैं नंदीग्राम से जीत रही हूं लेकिन यह चुनाव सिर्फ मेरे बारे में नहीं है। आपको यह सुनिश्चित करना है कि टीएमसी 200 से अधिक सीटें जीते अन्यथा भाजपा अपनी धन शक्ति का इस्तेमाल गद्दारों को खरीदने में करेगी।''विभाजनकारी राजनीति' से सावधान रहें- ममताऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के असदुद्दीन ओवैसी का अध्यक्ष और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (ISF) के अब्बास सिद्दीकी का नाम लिए बिना, उन्होंने अल्पसंख्यकों, SC और ST मतदाताओं से आग्रह किया कि वे अपनी 'विभाजनकारी राजनीति' से सावधान रहें।टीएमसी नेता ने कहा कि 'एक नेता है जो हैदराबाद से आया है और एक फुरफुरा शरीफ से है। उनके जाल में न पड़ें। वे यहां लोगों को धार्मिक आधारा पर बांटने के लिए आए हैं।अल्पसंख्यकों, एसटी और एससी मतदाताओं से मेरा अनुरोध है, कृपया किसी को भी अपने मतों को विभाजित करने की अनुमति न दें।'किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा- सीएमउन्होंने मतुआ समुदाय के अनुयायियों से मिलने के लिए पीएम की बांग्लादेश यात्रा के समय पर भी सवाल उठाया। सीएम ने कहा 'चुनाव चल रहे हैं और वह बांग्लादेश गया। बंगाल में लोग मूर्ख नहीं हैं। हर कोई जानता है कि वह बांग्लादेश क्यों गए थे।' ममता ने चुनाव आयोग पर भाजपा की ओर से काम करने का आरोप लगाया। हालांकि सीएम ने विश्वास जताया कि टीएमसी पहले दो चरणों में आगे बढ़ रही है क्योंकि लोगों ने उनकी पार्टी में विश्वास जाहिर किया है।उन्होंने आरोप लगाया कि 63 शिकायतें दर्ज करने के बावजूद, चुनाव आयोग द्वारा भाजपा नेताओं के निर्देश के चलते उन पर ध्यान नहीं दिया गया। ममता ने कहा '63 में से, मैंने एक एफआईआर भी दर्ज की, लेकिन चुनाव आयोग चुप नहीं रहा। भाजपा के गुंडे हमारे कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं। मुझे यह कहते हुए खेद है कि चुनाव आयोग हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा पर चुप है। चुनाव आयोग भाजपा को हमें हराने में उनकी मदद कर रहा है। मैं चुनाव आयोग को बताना चाहती हूं कि वह जो भी कर रहे हैं, लोगों ने भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला किया है। जब हम दो मई को सरकार बनाएंगे, तब मैं सभी 63 मामलों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करूंगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।'उन्होंने तमिलनाडु में चुनावों का भी जिक्र किया, जहां 6 अप्रैल को मतदान होना है। ममता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा अपने राजनीतिक हित के लिए विभिन्न एजेंसियों का उपयोग कर रही है। सीएम ने कहा कि 'जो उनका विरोध कर रहा है बीजेपी वहां सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स भेज रही है। वे जांच एजेंसियों को उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश क्यों नहीं भेज रहे हैं? वे केवल उन लोगों को परेशान कर रहे हैं जो उनका विरोध कर रहे हैं?'