देश / दक्षिण गोवा के अस्पताल में टैंकर से ऑक्सीजन लीक, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं

दक्षिण गोवा जिला अस्पताल से मंगलवार को एक टैंकर से ऑक्सीजन के रिसाव की सूचना मिली। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब एक टैंकर से कैंपस के मुख्य स्टोरेज टैंक में गैस भरी जा रही थी। पुलिस अधिकारी ने कहा, "कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि रिसाव कुछ ही मिनटों में बंद हो गया था।"

Vikrant Shekhawat : May 11, 2021, 06:02 PM
दक्षिण गोवा: देश में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर के दौरान जहां अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन (Oxygen) के लिए हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कई जगहों से अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की खबरें भी सामने आ रही हैं. हाल ही में नासिक की घटना के बाद अब गोवा के एक अस्पताल में भी ऐसा ही मामला सामने आया है. दक्षिण गोवा जिला अस्पताल (South Goa District Hospital) में ऑक्सीजन टैंक लीक हो गया, जिसके बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई. इस घटना की जानकारी दमकल विभाग को दी गई, जानकारी मिलते ही दमकल की कई गाड़िया मौके पर पहुंची हैं और हालात पर काबू पाने में जुट गई हैं.

बताया जा रहा है कि अब हालात नियंत्रण में हैं. दक्षिण गोवा कलेक्टर रुचिका कात्याल ने कहा, “मुझे टेक्नोलॉजी के बारे में पता नहीं है लेकिन किसी तरह कुछ बोल्ट ऊपर आ गए थे, फिलहाल अब ये कंट्रोल में आ गया है और चिंता की कोई बात नहीं है.” फिलहाल अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि अस्पताल में ऑक्‍सीजन लीक होने की वजह क्‍या है. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है.

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि ऑक्सीजन लीकेज की घटना कितनी बड़ी है. मौके पर पुलिस की बड़ी टीम मौजूद है. हालांकि, इस घटना में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. मालूम हो कि इस समय कोरोना महामारी के दौरान देश के हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं और ऐसे समय में ऑक्सीजन टैंक से लापरवाही के चलते गैस की ऐसी बर्बादी किसी भी तरह सही नहीं कही जा सकती.

अप्रैल महीने में महाराष्ट्र के नासिक में भी सामने आया था ऐसा ही मामला

मालूम हो कि इससे पहले, अप्रैल महीने में महाराष्ट्र के नासिक (Nasik) में भी ऑक्सीजन को लेकर घोर लापरवाही का मामला सामने आया था जहां ऑक्सीजन के टैंकर से टंकी में रीफिल करते वक्त वॉल्व से लीकेज शुरू हुआ और इस घटना में 22 लोगों की मौतहो गई थी. घटना उस वक्त हुई थी जब ऑक्सीनज को टैंकर से टंकी में रीफिल किया जा रहा था. इस दौरान वहां कोई टेक्नीशियन मौजूद नहीं था और तभी ऑक्सीजन लीक होने लगी. ऑक्सीजन लीक होने के दौरान वेंटिलेटर पर 23 मरीज थे, जिनकी ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हो गई. 22 मरीजों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ दिया था.