टोक्यो ओलंपिक्स / ओलंपिक्स में भारत के पहले सुपर हेवीवेट बॉक्सर सतीश कुमार क्वॉर्टर-फाइनल में पहुंचे

ओलंपिक्स के लिए क्वॉलिफाई करने वाले भारत के पहले सुपर हेवीवेट बॉक्सर सतीश कुमार टोक्यो गेम्स में +91 किलोग्राम वर्ग में क्वॉर्टर-फाइनल में पहुंच गए हैं। 32-वर्षीय सतीश ने गुरुवार को राउंड ऑफ 16 में जमैका के रिकार्डो ब्राउन को 4-1 से हराया। 1 अगस्त (रविवार) को क्वॉर्टर-फाइनल में सतीश का सामना उज़्बेकिस्तान के बखोदिर जलोलोव से होगा।

Vikrant Shekhawat : Jul 29, 2021, 10:56 AM
टोक्यो: टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) में गुरुवार के दिन भारत की विजय पताका बॉक्सिंग रिंग के अंदर भी देखने को मिली. पुरुषों के हेवीवेट कैटेगरी में भारत के सतीश कुमार (Satish Kumar) ने अपना ओलिंपिक डेब्यू जीत के साथ किया है. उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में जमैका के बॉक्सर रिकार्डो ब्राउन को 4-1 से हराया. इस जीत के साथ ही सतीश कुमार क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं, जहां उनका मुकाबला अब नंबर वन सीड उज्बेकिस्तान के मुक्केबाज से होगा. यानी, चुनौती बड़ी होगी.

राउंड ऑफ 16 में भारत के सतीश कुमार ने पहला राउंड 30-27 से जीता. दूसरे राउंड में भी उन्होंने 30-27 से जीत दर्ज की. हालांकि, तीसरे राउंड में जमैका के मुक्केबाज रिकार्डो ब्राउन मे वापसी की और 29-28 से जीत दर्ज की. इसके बाद चौथा राउंड सतीश ने 30-27 से जीता , जबकि 5वें राउंड में वो 30-26 से आगे रहे. और, इस तरह अपना पहला ओलिंपिक खेलते हुए अपने पहले मैच में उन्होने 4-1 से जीत दर्ज की.

हेवीवेट कैटेगरी में पहली बार उतरा भारत

ये पहली बार है जब भारत का कोई मुक्केबाज हेवीवेट कैटेगरी में ओलिंपिक की स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा है. और अपने पहले ही मैच में ओलिंपिक की रिंग में जिस तरह से सतीश कुमार लड़े, उसे देखकर मेडल की उम्मीद जाग उठी है. सतीश कुमार के लिए बेशक अगले राउंड में चुनौती बहुत बड़ी है. लेकिन, कुछ बड़ा करने के लिए मुश्किल चुनौतियों का रूख मोड़ना पड़ता है. उम्मीद है सतीश कुमार ऐसा करके भारत के पदक जीतने की संभावना बरकरार रखेंगे.

टोक्यो ओलिंपिक की बॉक्सिंग रिंग में भारत को अपने मुक्केबाजों से पदक की काफी उम्मीदें हैं. अब तक इस उम्मीद पर मैरीकॉम, पूजा रानी, लवलीना, अमित पंघाल और सतीश कुमार खरे उतरते दिखे हैं. देखना ये है कि इन 5 दावेदारों में से कितने मेडल पर अपना पंच जड़ते दिखते हैं.