मनोरंजन / फेफड़ों के गंभीर इंफेक्‍शन से जूझ रही हैं गायिका लता मंगेशकर, कल रात फिर से अस्‍पताल में भर्ती कराया गया

स्‍वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर फेफड़ों के गंभीर इंफेक्‍शन से जूझ रही हैं। 90 साल की लता की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और उन्‍हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। लता मंगेशकर को रात लगभग 1.30 बजे ब्रीच कैंडी अंस्‍पताल में सांस लेने में तकलीफ के चलते भर्ती किया गया था। कुछ घंटों बाद उन्‍हें आईसीयू में लाइफ सपोर्ट पर शिफ्ट कर दिया गया।

News18 : Nov 12, 2019, 10:26 AM
मुंबई | स्‍वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की तबीयत खराब होने के चलते सोमवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में भर्ती कराया गया। वह फेफड़ों के गंभीर इंफेक्‍शन से जूझ रही हैं। टाइम्‍स ऑफ इंडिया ने डॉक्‍टरों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि 90 साल की लता की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और उन्‍हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। जानकारी के अनुसार लता मंगेशकर को रात लगभग 1.30 बजे ब्रीच कैंडी अंस्‍पताल में सांस लेने में तकलीफ के चलते भर्ती किया गया था। कुछ घंटों बाद उन्‍हें आईसीयू में लाइफ सपोर्ट पर शिफ्ट कर दिया गया।

इंटरनल मेडिसिन फिजिशन, डॉक्‍टर प्रतित समदानी ने इस रिपोर्ट में जानकारी दी है, 'उन्‍हें निमोनिया हुआ है। साथ ही उनका बायां वेट्रिकुलर भी फेल हो गया है। उनकी हालत अभी भी लगातार गंभीर ही बनी हुई है, हालांकि पिछले कुछ घंटों में थोड़ा सुधार हम देख रहे हैं।' डाक्‍टर की मानें तो लेफ्ट वेट्रिकुलर ही हृदय को सबसे ज्‍यादा ऑक्‍सीजन देता है और शरीर के सामान्‍य काम करने के लिए इसका ठीक होना बहुत जरूरी है। ऐसे में हृदय का लेफ्ट हिस्‍से को ब्‍लड सप्‍लाई करने के लिए ज्‍यादा काम करना होता है।

हालांकि अस्‍पताल निजता के चलते लता मंगेशकर की हालत के बारे में ज्‍यादा जानकारी नहीं दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ लता मंगेशकर के परिवार का कहना है कि उनकी हालत ठीक है और वह जल्‍द ही डिसचार्ज हो कर घर आ जाएंगी।

बता दें कि भारत में सबसे सम्मानित पार्श्व गायकों में से एक लता मंगेशकर ने 36 से अधिक भारतीय भाषाओं में गाया है। अकेले हिंदी में उन्होंने 1,000 से अधिक गीतों के लिए अपनी आवाज दी है। उनका जन्म 28 सितंबर 1929 को हुआ था। उन्हें साल 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इससे पहले उन्हें दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।