पड़ोसी मुल्क होने के बावजूद पाकिस्तान हमेशा से भारत के साथ कायराना हरकत करता रहा है, जिसकी वजह से दोनों के देशों के रिश्ते हमेशा से खराब रहे हैं. भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते खराब होते हैं तो वह आतंकवाद फैलाने के अलावा अपने देश में भारत की चीजों पर भी प्रतिबंध लगा देता है. उनमें से एक भारतीय फिल्में भी हैं. पाकिस्तानी दर्शक बॉलीवुड फिल्मों को खूब पसंद करते हैं, लेकिन वहां की सरकार बदले की भावना रखते हुए भारत की कई फिल्मों पर बैन लगा देती हैं. पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों के बैन होनी की लिस्ट काफी लंबी है, लेकिन आज हम आपको कुछ खास बॉलीवुड फिल्मों में से रुबरू करवाते हैं जो पाकिस्तान में बैन कर दी गईं
ये फिल्म साल 2013 में आई थी. इस फिल्म में सोनम कपूर, धनुष और अभय देओल मुख्य भूमिका में थे. पाकिस्तान में फिल्म रांझणा को इस आधार पर बैन किया गया था कि फिल्म में एक मुस्लिम लड़की की गलत छवि दिखाई गई है जो हिंदू लड़के से प्यार करती है
इस फिल्म में सैफ अली और कैटरीना मुख्य भूमिका में थे. ये फिल्म 26/11 मुंबई हमलों से प्रेरित थी, लेकिन इस फिल्म के खिलाफ जमात-उद-दावा के प्रमुख और 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने लाहौर के कोर्ट में एक अर्जी दी थी. इस अर्जी में उसने इस फिल्म को पाकिस्तान में रिलीज न करने की अपील दी थी क्योंकि यह देश में गलत संदेश देती है. इसके बाद साल 2015 में आई फिल्म फैंटम को पाकिस्तान में बैन कर दिया गया.
सुपरस्टार सलमान खान की फैन फॉलोइंग भारत ही नहीं पाकिस्तान में भी खूब हैं, लेकिन साल 2012 में आई सलमान और कटरीना की फिल्म 'एक था टाइगर' को पाकिस्तान में बैन कर दी गई थी. इसके पीछे तर्क दिया गया था कि फिल्म में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के बारे में भी दिखाया गया था
ये फिल्म साल 2011 में आई थी. विद्या बालन, नसीरुद्दीन शाह और इमरान हाशमी की इस फिल्म को इसलिए बैन किया गया था क्योंकि फिल्म के कई बोल्ड सीन थे जिसकी वजह से पाकिस्तान के दर्शकों को दिखाना गलत माना गया था.
ये एक जासूसी और रॉ पर बनी फिल्म थी जो साल 2015 में आई थी. इस फिल्म में अक्षय कुमार, अनुपम खेर, राणा दग्गुबाती, डेनी और केके मेनन जैसे कलाकार मुख्य भूमिका में थे. पाकिस्तान ने इस फिल्म को अपने यहां रिलीज न करने की वजह मुसलमानों की गलत छवि पेश करना बताया था.