AajTak : Jan 01, 2020, 03:42 PM
पॉपुलर चाइनीज वीडियो ऐप TikTok को अमेरिकी आर्मी ने बैन कर दिया है। अब अमेरिका के आर्मी सोल्जर्स इसे यूज नहीं कर पाएंगे। बैन की वजह ज्यादा चौंकाने वाली है। अमेरिकी आर्मी का मानना है कि ये चीनी वीडियो ऐप नैशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा है। मिलिट्री डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक आर्मी स्पोक्सपर्सन Lt। Col। Robin Ochoa ने कहा है कि Tik Tok एक साइबर थ्रेट की तरह है। आर्मी का मानना है कि Bytedance का ये Tik Tok ऐप अमेरिकन की जासूसी के लिए भी यूज किया जा सकता है। पिछले महीने अमेरिकी नेवी ने अपने मेंबर्स से TikTok ऐप को सरकार द्वारा दिए गए डिवाइस से डिलीट करा दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक डिफेंस डिपार्टमेंट ने अपने कर्मचारियों को कहा है कि किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले सावधानी बरतें। गौरतलब है अमेरिका में TikTok ऐप की जांच भी चल रही है। अक्टूबर में कुछ लीडर्स ने इस ऐप की सिक्योरिटी पर सवाल उठाए थे जिसके बाद ये जांच शुरू की गई है। जांच का मुख्य विषय ये है कि क्या ये चीनी ऐप यूजर का डेटा कलेक्ट कर रहा है या नहीं। भारत मे टिक टॉक को एक बार बैन किया जा चुका है। हालांकि भारत में बैन होने की वजह इसमें दिखाए जाने वाले कॉन्टेंट थे। मद्रास हाई कोर्ट ने इसे बैन करने का फैसला सुनाया था। वजह ये बताई गई की टिक टॉक पोर्नोग्राफी को बढ़ावा दे रहा है जिससे बच्चों पर खराब असर पड़ रहा है और यूजर्स के मेंटल हेल्थ पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। बाद में टिक टॉक ने कॉन्टेंट हटाए और दावा किया कि आगे से कंपनी इसका ख्याल रखेगी और कंपनी ने अपनी पॉलिसी में भी कुछ बदलाव किए हैं।
आपको बता दें कि TikTok काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है और एक्स्पर्ट्स का मानना है कि ये जिस तरह से आगे बढ़ रहा है फेसबुक जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिल सकती है। हाल ही में ये खबर भी आई है कि Tik Tok की पेरेंट कंपनी Bytedance फेसबुक के कर्मचारियों को जॉब के लिए अच्छी रकम दे रही है।
आपको बता दें कि TikTok काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है और एक्स्पर्ट्स का मानना है कि ये जिस तरह से आगे बढ़ रहा है फेसबुक जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिल सकती है। हाल ही में ये खबर भी आई है कि Tik Tok की पेरेंट कंपनी Bytedance फेसबुक के कर्मचारियों को जॉब के लिए अच्छी रकम दे रही है।