Vikrant Shekhawat : May 24, 2021, 03:58 PM
न्यूयॉर्क: कोरोना से खिलाफ लड़ाई में वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी समस्या वायरस में होने वाला बदलाव है। कोरोना का वायरस समय-समय पर नए-नए वैरिएंट्स के साथ सामने आ रहा हैं और लगभग हर वैरिएंट पहले से ज्यादा घातक सिद्ध हो रहा है। ऐसे में कोविड-19 वायरस के इन नए वैरिएंट्स से बचने के लिए वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्टीफल बैंसेल ने एक बयान दिया है। दरअसल, बैंसल ने रविवार (23 मई) को कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट्स के जोखिम से बचने के लिए बूस्टर शॉट के तौर पर टीके की तीसरी खुराक लेना जरूरी है। यह बूस्टर डोज अधिक से अधिक लोगों को लगाने की जरूरत है।विशेष जोखिम का काम करने वालों के लिए वैक्सीन की तीसरी डोज जरूरीबैंसेल ने एक समाचार पत्र से बातचीत के दौरान कहा, ‘कोरोना के नए वैरिएंट्स से खतरा बढ़ सकता है इसलिए हमारी वैक्सीन एक निश्चित समय तक ही प्रभावी होगी। यही कारण है कि हमें गर्मियों के अंत तक उन सभी लोगों को टीके की तीसरी खुराक लगानी चाहिए, जो विशेष जोखिम का काम कर रहे हैं। जैसे हॉस्पिटल में काम करने वाले वे कर्मचारी, जिन्होंने इस साल के शुरुआत में ही पहली खुराक ले ली थी।टीकाकरण में देरी ला सकती है कोरोना की चौथी लहरबैंसल ने यह सुझाव भी दिया कि जिन कमजोर लोगों, किशोरों और नौजवानों को टीका नहीं लगा है, उन्हें भी बूस्टर खुराक लेनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि टीकाकरण में दो महीने से अधिक की देरी होने पर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मौतों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। बैंसल ने कहा, ‘यदि ऐसा होता है तो देश में कोरोना की चौथी लहर भी आ सकती है।’ बताते चलें कि दुनियाभर में अभी तक लगभग नौ करोड़ लोगों को मॉडर्ना की वैक्सीन लग चुकी है। फ्रांस में 14 फीसदी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज और 3.15 करोड़ लोगों को एक डोज दी जा चुकी है।