Vikrant Shekhawat : Aug 23, 2024, 07:40 PM
Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले, कई पूर्व नौकरशाह राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हो रहे हैं। इनमें रिटायर्ड डीजीपी शेष पॉल वैद, डीआईजी इसरार खान, एसएसपी मोहन कैथ, और मोहन लाल भगत शामिल हैं। इन सभी ने संभावित सीटों के लिए तैयारी शुरू कर दी है, और अधिकतर बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की कोशिश में हैं। विभिन्न सीटों पर इनके नाम चर्चा में हैं, और आने वाले दिनों में इनके चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा हो सकती है।कौन किस सीट से लड़ेगा चुनाव?रिटायर्ड जिन पुलिस अफसरों के विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है, उनमें ज्यादातर की कोशिश बीजेपी से उम्मीदवार बनने की है. इसके लिए पूरा जोर भी लगाना शुरू कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी भी उन्हें चुनावी पिच पर उतारने की तैयारी में है. खासकर दलित समुदाय के लिए सुरक्षित सीटों पर ज्यादा जोर है. इनमें से बीजेपी से चुनाव लड़ने वाले नामों के संभावित उम्मीदवारों के पैनल में भी उन्हें रखा गया है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में चुनाव लड़ने वाले अफसरों के नाम सामने भी आ जाएंगे.पूर्व डीजीपी एसपी वैद अपने गृह जनपद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. वैद जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के महानपुर कस्बे के रहने वाले हैं. वो एक डोगरा परिवार से आते हैं. इसीलिए एसपी वैद कठुआ या फिर जम्मू संभाग की किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. वो काफी दिनों से मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ कर रहे हैं. इसके अलावा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के मामलों को सोशल मीडिया पर उठाया था. उन्होंने कहा था कि सीएए की आलोचना करने वालों को बांग्लादेश में चल रहे संकट पर गौर करना चाहिए. इसके अलावा भी वो अपने कठुआ क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं. इसके चलते ही माना जा रहा है रहा कि बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.इसरार खान कश्मीर से लड़ेंगे चुनाव?जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीआईजी इसरार खान भी चुनाव लड़ने के लिए पूरे दमखम के साथ जुटे हुए हैं. इसरार खान को लाली खान के नाम से जाना जाता है. साल 2014 में उन्होंने पुलिस अफसर की नौकरी छोड़कर नेशनल कॉफ्रेंस का दामन थाम लिया था. उधमपुर के एक प्रमुख परिवार से ताल्लुक रखने वाले लाली खान कश्मीर क्षेत्र की सीट से चुनाव लड़ने की कवायद में हैं. उन्हें उमर अब्दुल्ला के करीबी नेताओं में गिना जाता है. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस इस बार उन्हें चुनावी मैदान में उतार सकती है.मड़ सीट से बीजेपी मोहन कैथ पर लगा सकती है दांवजम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने जम्मू-कश्मीर सिविल सेवा विनियमन खंड-एक के अनुच्छेद 230 के तहत 31 अगस्त 2024 से आईपीएस मोहन लाल कैथ की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को मंजूरी दे दी है. मोहन कैथ जम्मू जिले के मड़ विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. मड़ सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. माना जा रहा है कि बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं. इसीलिए उन्होंने नौकरी से बीआरएस ले लिया है. बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों में उनका नाम शामिल है.मोहन लाल भगत को लेकर भी चर्चाएसएसपी मोहन लाल भगत के विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है. उन्होंने भी समय से पहले अपने रिटायरमेंट के लिए आवेदन किए हैं, लेकिन अभी मंजूरी नहीं मिली है. मोहन लाल भगत के अखनूर सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं. यह सीट दलित समुदाय के लिए आरक्षित है. ऐसे में माना जा रहा है कि भगत बीजेपी के टिकट पर सियासत में एंट्री कर सकते हैं. मोहन लाल भगत की वीआरएस अर्जी को लेकर अभी कोई आदेश जारी नहीं हुआ. अगर बीआरएस की मंजूरी नहीं मिलती है तो फिर वो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.इसके अलावा एसपी केडी भगत के भी चुनाव लड़ने की चर्चा है, लेकिन उन्होंने न ही रिटायरमेंट के लिए आवेदन किया है और न ही उनकी सियासी गतिविधियां दिख रही है. हालांकि, सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि केडी भगत अखनूर सीट से मैदान में उतर सकते हैं.