AajTak : Feb 06, 2020, 12:40 PM
कर्नाटक में आज मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। येदियुरप्पा कैबिनेट में 10 नए मंत्री शामिल हुए। खास बात है कि सीपी योगेश्वर को मंत्री नहीं बनाया गया, जबकि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने योगेश्वर का नाम बीजेपी हाईकमान को भेजा था। जिन विधायकों को आज कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, उनमें से अधिकतर कांग्रेस-जेडीएस छोड़कर बीजेपी में आए हैं।
लंबे समय से चल रही विस्तार की बातकर्नाटक में कैबिनेट विस्तार की कवायद पिछले कई दिनों से चल रही है, लेकिन विवादों की वजह से टलती जा रही है। पिछले दिनों कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह से कैबिनेट विस्तार को लेकर लंबी बातचीत भी की थी।
तब कहा गया कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के दावोस से लौटते ही कैबिनेट विस्तार हो जाएगा। विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की 50वीं सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए दावोस रवाना होने से पहले सीएम येदियुरप्पा ने कैबिनेट विस्तार की जानकारी दी थी।
इस दौरान येदियुरप्पा ने यह भी उम्मीद जताई की कि उनके इस दौरे से सूबे में व्यापक स्तर पर निवेश आएगा।
श्री एसटी सोमशेखर(यशवंतपुर), श्री जरकीहोली रमेश लक्ष्मण राव(गोकक), श्री आनंद सिंह(विजयनगर), डॉ। के सुधाकर(चिक्कबल्लापुर), श्री एचए वासवराज, श्री अरावली हेब्बर शिवारम(येलापुर), श्री बीसी पाटिल(हिरेकरपुर), श्री के गोपालैया (महालक्ष्मी लेआउट), श्री नारायण गौड़ा(कृष्णाराजापेट) और श्री श्रीमंत बालासाहिब पाटिल (कागवाड) ने आज कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa proposes names of 10 MLAs to the Governor to be inducted in State Cabinet. pic.twitter.com/tqpTewivvD
— ANI (@ANI) February 6, 2020
लंबे समय से चल रही विस्तार की बातकर्नाटक में कैबिनेट विस्तार की कवायद पिछले कई दिनों से चल रही है, लेकिन विवादों की वजह से टलती जा रही है। पिछले दिनों कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह से कैबिनेट विस्तार को लेकर लंबी बातचीत भी की थी।
तब कहा गया कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के दावोस से लौटते ही कैबिनेट विस्तार हो जाएगा। विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की 50वीं सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए दावोस रवाना होने से पहले सीएम येदियुरप्पा ने कैबिनेट विस्तार की जानकारी दी थी।
इस दौरान येदियुरप्पा ने यह भी उम्मीद जताई की कि उनके इस दौरे से सूबे में व्यापक स्तर पर निवेश आएगा।