Vikrant Shekhawat : Jun 07, 2021, 04:20 PM
पश्चिम बंगाल में भी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने माध्यमिक (10वीं) और उच्च माध्यमिक (12वीं) की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया है। सीएम ममता बनर्जी ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि 10 के नतीजे जारी करने के लिए कक्षा 9वीं के अंक को आधार बनाया जाना चाहिए। वहीं कुछ लोगों की राय है कि कक्षा 9वीं का सिलेबस अलग है। बहुत सारे छात्र दसवीं और 12वीं के रिजल्ट के आधार पर प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते हैं।
इस विषय को लेकर संबंधित प्राधिकरण सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं, सात दिन के अंदर इसपर फैसला लिया जाएगा। रविवार शाम पांच बजे से आजतक 34000 ओपिनियन आए हैं। जिसमें छात्रों और टीचर्स की भी राय है। सभी संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि सीबीएसई की ओर से 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने के बाद से ही कई राज्यों ने अपने यहां 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। लेकिन बंगाल में अब तक परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला नहीं लिया गया था। गौरतलब है कि बीते एक जून को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक के बाद सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी थी। उन्होंने कहा था कि छात्रों की सुरक्षा और भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। सीबीएसई की परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्री फैसले लेने वाले थे लेकिन अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जिसके बाद पीएम मोदी ने अधिकारियों संग बैठक की थी और यह फैसला लिया था। केंद्र के इस फैसले के बाद कई राज्यों ने भी अपने यहां बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया था।
इस विषय को लेकर संबंधित प्राधिकरण सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं, सात दिन के अंदर इसपर फैसला लिया जाएगा। रविवार शाम पांच बजे से आजतक 34000 ओपिनियन आए हैं। जिसमें छात्रों और टीचर्स की भी राय है। सभी संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि सीबीएसई की ओर से 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने के बाद से ही कई राज्यों ने अपने यहां 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी थीं। लेकिन बंगाल में अब तक परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला नहीं लिया गया था। गौरतलब है कि बीते एक जून को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक के बाद सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी थी। उन्होंने कहा था कि छात्रों की सुरक्षा और भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। सीबीएसई की परीक्षा को लेकर शिक्षा मंत्री फैसले लेने वाले थे लेकिन अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जिसके बाद पीएम मोदी ने अधिकारियों संग बैठक की थी और यह फैसला लिया था। केंद्र के इस फैसले के बाद कई राज्यों ने भी अपने यहां बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया था।