दिल्ली / दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हुए 'जोखिम' वाले देशों से आए 12 लोग; 8 कोविड-19 पॉज़िटिव

लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल के एक अधिकारी के अनुसार, ओमीक्रॉन वैरिएंट के 'जोखिम' वाले देशों से दिल्ली पहुंचे 12 यात्रियों को भर्ती कराया गया है। इनमें 8 कोविड​​​​-19 पॉज़िटिव पाए गए, जिनमें 4 यात्रियों में बुखार और अन्य लक्षण हैं। अस्पताल ने कहा, "उनके नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं...परिणाम अभी तक नहीं आया है।"

Vikrant Shekhawat : Dec 04, 2021, 01:44 PM
Omicron Update: दुनिया में Omicron वेरियंट के छाए खतरे के बीच ‘जोखिम वाले’ देशों से दिल्‍ली आए विदेशी नागरिकों के कुछ के संक्रमित होने की खबरों ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. बता दें कि दिल्‍ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) से लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में ये विदेशी नागरिक भर्ती कराए गए हैं. 12 विदेशी नागरिकों की सेहत और उनकी बीमारी के लक्षणों को लेकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल के डॉक्‍टर ने आज ताजा अपडेट दिया है. लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (LNJP) के एमडी डॉ .सुरेश कुमार ने बताया कि सभी मरीज़ स्वस्थ है, सिर्फ़ एक के गले में दर्द है. कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार उनका इलाज कर रहे हैं. उनका जीनोम सिक्वेंसिंग का सैंपल लैब में भेज दिया है.

LNJP के एमडी डॉ .सुरेश कुमार ने बताया कि कुछ लोग दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. मडी डॉ .सुरेश कुमार ने कहा कि जिन देशों में ओमिक्रोन है, वहां से ट्रेवल कर ये लोग दिल्ली पहुंचे हैं. 4 मरीज़ यूनाइटेड किंगडम (UK) 4 फ्रांस (France), 2 नीदरलैंड ( Netherlands), एक बेल्जियम ( Belgium) और एक तंज़ानिया (Tanzania) से हैं.

दिल्ली हवाई अड्डे पर बृहस्पतिवार को लगभग 3000 अंतरराष्ट्रीय यात्री पहुंचे थे. कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के सामने आने मद्देनजर ‘जोखिम वाले’ देशों से आने वाले यात्रियों के लिए कड़े नियम लागू किए गए हैं, जिनके तहत कोविड जांच अनिवार्य है. बुधवार मध्यरात्रि से बृहस्पतिवार शाम सात बजे तक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के जरिये 2,950 से अधिक यात्री यहां पहुंचे. इनमें से 2,150 से अधिक यात्रियों ने रैपिड पीसीआर जांच कराई, जबकि शेष ने आरटी-पीसीआर जांच का विकल्प चुना. जोखिम वाले’ देशों के छह और यात्री बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोना संक्रमित पाए गए. उनके नमूने जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे ओमीक्रोन से संक्रमित तो नहीं हुए हैं.