Live Hindustan : Jul 12, 2020, 09:12 AM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कार्यकाल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 122 अपराधी मारे गए हैं और 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमेशा यह संदेश देने की कोशिश की कि कानून-व्यवस्था के मामले में वह किसी के दबाव में नहीं आने वाले हैं।
पुलिस विभाग में दर्ज आंकड़ों के अनुसार 20 मार्च 2017 से लेकर 10 जुलाई 2020 तक अपराधियों के साथ पुलिस मुठभेड़ की कुल 6126 घटनाएं हुईं। इनमें 122 अभियुक्त मारे गए, 2293 अभियुक्त घायल हुए और 13361 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। मुठभेड़ की इन घटनाओं में 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए तो 894 घायल भी हुए। हाल ही में कानपुर नगर के चौबपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में दबिश के दौरान अपराधियों की गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस घटना के पहले केवल पांच पुलिसकर्मी ही शहीद हुए थे। इसी घटना के बाद मुख्य अभियुक्त विकास दुबे समेत छह अपराधी भी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। जोनवार आंकड़ों को देखें तो सबसे ज्यादा 59 अपराधी मेरठ जोन में तथा 11-11 अपराधी आगरा व वाराणसी जोन में मारे गए। सबसे ज्यादा 3792 अभियुक्त मेरठ जोन में ही गिरफ्तार भी किए गए। इसके बाद सबसे ज्यादा 3693 अभियुक्त आगरा जोन में गिरफ्तार किए गए। बरेली जोन में सात अभियुक्त मारे गए तो 1940 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। लखनऊ कमिश्नरेट में दो अभियुक्त मारे गए तो 65 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए, जबकि लखनऊ जोन में 9 अभियुक्त मारे गए तो 580 गिरफ्तार किए गए। इसी तरह गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में 6 अभियुक्त मारे गए तो 717 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए।
पुलिस विभाग में दर्ज आंकड़ों के अनुसार 20 मार्च 2017 से लेकर 10 जुलाई 2020 तक अपराधियों के साथ पुलिस मुठभेड़ की कुल 6126 घटनाएं हुईं। इनमें 122 अभियुक्त मारे गए, 2293 अभियुक्त घायल हुए और 13361 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। मुठभेड़ की इन घटनाओं में 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए तो 894 घायल भी हुए। हाल ही में कानपुर नगर के चौबपुर थाना क्षेत्र स्थित बिकरू गांव में दबिश के दौरान अपराधियों की गोलीबारी में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस घटना के पहले केवल पांच पुलिसकर्मी ही शहीद हुए थे। इसी घटना के बाद मुख्य अभियुक्त विकास दुबे समेत छह अपराधी भी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। जोनवार आंकड़ों को देखें तो सबसे ज्यादा 59 अपराधी मेरठ जोन में तथा 11-11 अपराधी आगरा व वाराणसी जोन में मारे गए। सबसे ज्यादा 3792 अभियुक्त मेरठ जोन में ही गिरफ्तार भी किए गए। इसके बाद सबसे ज्यादा 3693 अभियुक्त आगरा जोन में गिरफ्तार किए गए। बरेली जोन में सात अभियुक्त मारे गए तो 1940 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। लखनऊ कमिश्नरेट में दो अभियुक्त मारे गए तो 65 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए, जबकि लखनऊ जोन में 9 अभियुक्त मारे गए तो 580 गिरफ्तार किए गए। इसी तरह गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में 6 अभियुक्त मारे गए तो 717 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए।