लोकल न्यूज़ / POK पर आज पाकिस्तानी सेना की गोलियों के बीच पहुँच गया 15 वर्षीय नाबालिंग युवक...जानिए फिर क्या हुआ

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) के पास बसे गांव में रहने वाला एक 15 वर्षीय युवक सीमा पार कर पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर (PoK) में चला गया. मामला पुंछ जिले के काईयां (मंधार) का बताया जा रहा है. परिजनों का कहना है कि युवक की दिमागी हालत ठीक नहीं है. इसी कारण वो अनजाने में सीमा क्रॉस कर गया है.

Vikrant Shekhawat : Dec 28, 2020, 05:29 PM
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) के पास बसे गांव में रहने वाला एक 15 वर्षीय युवक सीमा पार कर पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर (PoK) में चला गया. मामला पुंछ जिले के काईयां (मंधार) का बताया जा रहा है. परिजनों का कहना है कि युवक की दिमागी हालत ठीक नहीं है. इसी कारण वो अनजाने में सीमा क्रॉस कर गया है. 


इस तरह सीमा पार पहुंच गया युवक:


युवक के पिता मोहम्मद बशीर ने बताया कि मेरा घर फेंसिंग के आगे है. तीन दिन पहले मेरा बेटा सीमा की भागता हुआ जा रहा था. हमने खतरे को भापते हुए उसे रोकने के लिए उसकी ओर दौड़े. इससे पहले ही हम उसे रोक पाते पाकिस्तानी पोस्टों ने हम पर फायरिंग शुरू कर दी. जिससे बचने के लिए हमें छिपना पड़ा. गोलीबारी बंद होने के बाद जब हम ने देखा तब तक हमारा बेटा सीमा पार कर चुका था. उसके बाद से ही उसका कुछ पता नहीं चल रहा है. 


पाकिस्तान सरकार ने लगाई गुहार:


अब युवक के पिता मोहम्मद बशीर ने पाकिस्तानी सरकार (Pakistan) और पाकिस्तान सेना से अपील की है कि वो युवक को जल्द वापिस भारत भेज दें. उन्होंने कहा कि वह अभी नाबालिग है. उसे वापस मेरे पास भेज दो. वहीं घर में उसकी मां, बहन और भाइयों का रो-रो कर बुरा हाल है. बताते चलें कि कुछ दिन पहले पुंछ के दिगवार सेक्टर से पीओके की दो सगी बहने सीमा क्रॉस कर भारत आ गईं थी. जिसके बाद भारत सरकार ने पूरी इज्जत के साथ तोहफे देकर एक ही दिन में उन्हें अपने वतन लौटा दिया था.


अभी तक नहीं आया अपील का जवाब:


पुंछ के एसएसपी रमेश अंगराल ने बताया की हमारे पास गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. इसके अनुसार, नियंत्रण रेखा के आगे के गांव काईयां निवासी मोहम्मद बशीर का 15 वर्षीय पुत्र मोहम्मद शब्बीर घर से भागकर पीओके चला गया है. इस रिपोर्ट के बाद हमने सेना के साथ मिलकर पाकिस्तान प्रशासन से उस लड़के की वापसी के लिए आग्रह किया है. हालांकि अभी तक उसका कोई जवाब नहीं आया है.