Viral News / 25 साल की हलीमा ने एक साथ दिया नौ बच्चों को जन्म, पति ने दिया ऐसा रिएक्शन!

कुछ दिनों पहले पश्चिमी अफ्रीका के माली की एक महिला की डिलीवरी चर्चा का विषय बनी हुई है। 25 साल की हलीमा नाम की महिला ने मोरक्को में एकसाथ नौ बच्चों को जन्म दिया था। इन बच्चों में पांच लड़कियां और चार लड़के हैं। माली की सरकार ने हलीमा की सेहत का ध्यान रखने के लिए विशेष इंतजाम कराए हैं। एपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सभी बच्चों की सेहत अभी बिल्कुल ठीक है।

Vikrant Shekhawat : May 07, 2021, 04:39 PM
Delhi:  कुछ दिनों पहले पश्चिमी अफ्रीका के माली की एक महिला की डिलीवरी चर्चा का विषय बनी हुई है। 25 साल की हलीमा नाम की महिला ने मोरक्को में एकसाथ नौ बच्चों को जन्म दिया था। इन बच्चों में पांच लड़कियां और चार लड़के हैं। माली की सरकार ने हलीमा की सेहत का ध्यान रखने के लिए विशेष इंतजाम कराए हैं। एपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, सभी बच्चों की सेहत अभी बिल्कुल ठीक है। जाहिर है कि नौ बच्चों की परवरिश करना आसान काम नहीं होगा लेकिन महिला के पति ये खबर सुनकर बेहद खुश हैं

महिला के पति एड्जुडैंट कादर अर्बी ने बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं बहुत खुश हूं। मेरी पत्नी और बच्चे ठीक हैं। ऊपर वाले ने हमें ये बच्चे दिए हैं। वही इनके भविष्य का निर्णय करेगा। मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है। ऊपर वाला जो भी करता है उसकी कोई वजह होती है।'

अर्बी का कहना है कि हर तरफ से मिल रहे सहयोग से उनका परिवार बहुत खुश है। अर्बी ने कहा, 'हर कोई मुझे फोन कर रह है। बड़े बड़े अधिकारी मुझे फोन करके खुशी व्यक्त कर रहे हैं। यहां तक राष्ट्रपति ने भी मुझे फोन किया था। मैं सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।'

इसके साथ ही हलीमा ने नौ सेहतमंद बच्चे एक साथ पैदा करने का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है। इससे पहले साल 2009 में अमेरिकी की एक महिला ने एक साथ 8 बच्चों को जन्म देने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। 

इससे भी पहले 1971 में ऑस्ट्रेलिया की और 1999 में मलेशिया की एक महिला ने नौ बच्चों को जन्म दिया था लेकिन बच्चे ज्यादा दिनों तक जिंदा नहीं रह सके थे। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली नादया सुलेमान ने एक साथ आठ बच्चों को जन्म दिया था। ये बच्चे अब 12 साल के हो चुके हैं। नादया की प्रेग्नेंसी आईवीएफ यानी विट्रो फर्टिलाइजेशन के जरिए हुई थी।

हलीमा की डिलीवरी मोरक्को के एन बोर्जा क्लिनिक में हुई थी। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर प्रोफेसर यूसूफ अलौई ने AFP न्यूज एजेंसी को बताया, 'हलीमा की डिलीवरी आसान नहीं थी। ऐसे मामले बहुत ही कम देखे जाते हैं। 10 डॉक्टर और 25 नर्सों ने इन बच्चों की प्रीमैच्योर (समय से पहले जन्म) डिलीवरी कराई है।'

प्रोफेसर यूसूफ अलौई ने बताया कि इन बच्चों का वजन 500 ग्राम से लेकर 1 किलोग्राम तक है। दो-तीन महीनों तक इन बच्चों को इन्क्यूबेटर में रखा जाएगा।' हलिमा की प्रेग्नेंसी को लेकर पूरे पश्चिमी अफ्रीका के डॉक्टर चिंतिंत थे जिसे देखते हुए वहां की सरकार ने इस मामले में दखल दिया।

हलीमा दो हफ्ते तक माली के एक अस्पताल में भर्ती थीं जिसके बाद 30 मार्च को उनको मोरक्को लाया गया। पांच हफ्ते तक मोरक्को की क्लिनिक में रहने के बाद उन्होंने ऑपरेशन के जरिए नौ बच्चों को जन्म दिया। प्रोफेसर यूसूफ ने बताया कि हलीमा की हालत अभी स्थिर है।

किंग्स कॉलेज लंदन में रिप्रोडक्टिव मेडिसिन के प्रोफेसर याकू खलफ का कहना है कि बिना किसी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के ऐसी डिलीवरी असाधारण है और इसमें कई तरह के खतरे भी होते हैं। यहां तक कि इसमें मां का यूट्रस भी निकालना पड़ सकता है या फिर उनकी जान भी जा सकती है।

प्रोफेसर खलफ ने आग्रह किया कि पूरी दुनिया में फर्टिलिटी ट्रीटमेंट को लेकर जागरुकता बढ़ाने की जरूरत है। इसके अलावा एक साथ इतने सारे प्रीमैच्योर बच्चों को जन्म देने के खतरे के बारे में भी बताना चाहिए।