British PM Rishi Sunak / ऋषि सुनक ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद के लिए पहली पसंद क्यों बने, ये हैं 5 बड़ी वजह

लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद से ऋषि सुनक को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और वही हुआ भी. वह मंगलवार को महाराजा चार्ल्स तृतीय से मिलकर देश के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे. ऋषि सुनक ने ब्रिटेन में यूं नहीं इतिहास बनाया. इसके पीछे कई वजह रही हैं. जैसे- ब्रिटेन को लेकर उनकी स्पष्ट सोच और देश को आगे लेकर चलने की पुख्ता योजना जो लिज ट्रस के पास बिल्कुल नहीं थी.

Vikrant Shekhawat : Oct 25, 2022, 02:57 PM
British PM Rishi Sunak: लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद से ऋषि सुनक को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था और वही हुआ भी. वह मंगलवार को महाराजा चार्ल्स तृतीय से मिलकर देश के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे. ऋषि सुनक ने ब्रिटेन में यूं नहीं इतिहास बनाया. इसके पीछे कई वजह रही हैं. जैसे- ब्रिटेन को लेकर उनकी स्पष्ट सोच और देश को आगे लेकर चलने की पुख्ता योजना जो लिज ट्रस के पास बिल्कुल नहीं थी.

दो महीने पहले तक पीएम पद के लिए होने वाले चुनाव के दौरान हुई बहस में इसका असर देखा गया था. चुनावी परिणाम में आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता कि सुनक लिज से बहुत पीछे नहीं थे, लेकिन लिज ने ‘भारतीय बनाम ब्रिटिश’ के मुद्दे को भुनाया और सुनक को पीछे छोड़ प्रधानमंत्री का पद हासिल कर लिया.

ऋषि सुनक ब्रिटिश पीएम के लिए पहली पसंद क्यों, उनकी किस खूबियों ने पीएम पद का रास्ता साफ किया और ब्रिटेन के लोग उन्हें कितना पसंद करते हैं… जानिए इसकी 5 बड़ी वजह…

1-कोरोनाकाल में ब्रिटेन को आर्थिक मंदी से उबारा

सुनक ने 2015 में अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत की और यॉर्कशायर के रिचमंड सांसद चुने गए. लगातार तीन बार जीत हासिल की और 2020 में बोरिस जॉनसन कैबिनेट मं राजकोष का चांसलर नियुक्त किया गया. यह वो पहला पद था जब सुनक ने ब्रिटेन के लोगों का दिल जीता. यह कोरोनाकाल का दौर था. ब्रिटेन आर्थिक मंदी से जूझ रहा था. ब्रिटेन को इन हालात से उबरने में सुनक ने मदद की. उनकी इस उपलब्धि के कारण हर वर्ग ने उनके काम को सराहा.

2- लिज की गलतियों ने भी सुनक को सबका पसंदीदा बनाया

लिज के फैसले और गलत नीतियों का फायदा सीधेतौर पर सुनक को मिला. ब्रिटेन के लोगों को भी यह अहसास हुआ कि प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने गलत नेता को चुन लिया है. सिर्फ जनता ही नहीं, कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों का भी यही मानना था. प्रधानमंत्री बनने के बाद लिज और सुनक में से जनता किसे सबसे ज्यादा पसंद करती है, इसका खुलासा YouGov के सर्वे में हुआ, जिसमें सबसे ज्यादा लोगों ने सुनक को पसंद किया गया.

सुनक, बोरिस जॉनसन और पैनी मॉरडेन्ट में से कौन सबसे बेहर ब्रिटिश प्रधानमंत्री साबित होगा, जब यह सवाल ब्रिटेन के लोगों से पूछा गया तो सुनक लोगों की पहल पसंद बने.

3- होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री को राहत दी

बतौर वित्तमंत्री अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई ऐसे कदम उठाए जिससे लोगों के दिल में उन्होंने जगह बनाई. सुनक ने 2020 में होटल इंडस्ट्री के लिए चल रही ईट आउट टू हेल्प आउट स्क्रीम के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की मदद की. इतना ही नहीं, कोरोना के कारण हालात बिगड़ने के बाद टूरिज्म इंडस्ट्री के हालात सुधारने के लिए उन्होंने 10 हजार करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया.

4- कर्मचारियों और स्वरोजगार के लिए कदम उठाया

सुनक ने कर्मचारियों और स्वरोजगार से जुड़े लोगों के लिए कई कदम उठाए. 2021 में उन्होंने कर्मचारियों और स्वरोजगार से जुड़े लोगों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई. जिस तरह सुनक ने देश के हालात को समझने और उसका समाधान निकालने की कोशिश की, वो ब्रिटेन के लोगों को पसंद आया.

5-सच साबित हुईं सुनक की आशंकाएं

ब्रिटेन के लिए सुनक की ज्यादातर आशंकाएं सच साबित हुईं. सुनक ने टैक्स में कटौती और सेंट्रल बैंक से लोन लेने की ट्रस नीति यानी ट्रसोनोमिक्स एक परी कथा बताया था. वो सच साबित हुई. मिनी बजट में ट्रस सरकार ने टैक्स कटौती की, लेकिन मिडिल क्लास को 19 फीसदी और अमीरों को 45 फीसदी की छूट दी गई. ब्रिटेन को महंगाई से बचाने के लिए उन्होंने विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने की सलाह दी थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. नतीजा,ब्रिटिश पाउंड डॉलर के मुकाबले 50 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया और महंगाई बेलगाम हो गई.