Vikrant Shekhawat : Dec 27, 2021, 06:52 PM
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत में भी अब बूस्टर डोज दी जाएगी। ऐसे में सवाल उठता है कि बूस्टर डोज कब दी जानी चाहिए? किसे और किन हालातों में ये खुराक दी जानी चाहिए? दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले ही घोषणा की थी कि देश के हेल्थकेयर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स व 60 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को बूस्टर डोज दी जाएगी।कब दी जानी चाहिए बूस्टर डोज?हेल्थकेयर वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को COVID-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त करने के 9 महीने बाद के बाद 'एहतियाती खुराक' दी जानी चाहिए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ आरएस शर्मा के अनुसार, COVID-19 वैक्सीन की बूस्टर डोज दूसरी खुराक ले चुके लोगों को उस खुराक के 9 महीने बाद दी जानी चाहिए। सोमवार को समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक विशेष इंटरव्यू में डॉ शर्मा ने कहा कि COVID-19 वैक्सीन की तीसरी खुराक (बूस्टर डोज) दूसरी खुराक प्राप्त करने के नौ महीने बाद लागू होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को घोषणा की थी कि देश अगले साल 10 जनवरी से 60 वर्ष से ऊपर के गंभीर बीमारी वाले नागरिकों को डॉक्टर्स की सलाह पर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज (Precaution Dose) का विकल्प उपलब्ध होगा।कैसी होगी बूस्टर डोज दिए जाने की प्रक्रिया?CoWIN प्लेटफॉर्म के कामकाज के प्रमुख डॉक्टर शर्मा ने कहा, "प्रक्रिया बिल्कुल समान होगी। जब आप 60 वर्ष से अधिक आयु के हों और आपको पहले ही दो खुराक दी जा चुकी हों और यदि आप तीसरी खुराक के लिए पंजीकरण करना चाहते हैं, तो दूसरी खुराक और जिस दिन आप पंजीकरण कर रहे हैं, के बीच का अंतर नौ महीने से अधिक होनी चाहिए जो कि 39 सप्ताह है।" दिखाना होगा कोमोरबिडिटी प्रमाण पत्रCoWIN प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ शर्मा ने आगे बताया कि तीसरे शॉट के लिए एक पंजीकृत चिकित्सक से कोमोरबिडिटी प्रमाण पत्र की आवश्यकता अनिवार्य है। उन्होंने कहा, "जब आप पात्र होते हैं और आप पंजीकरण करते हैं तो आपसे पूछा जाएगा कि क्या आप स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पहले के सर्कुलर में वर्णित किसी भी कोमोरबिडिटी (बीमारी) से पीड़ित हैं। यदि आप कहते हैं कि मैं कोमोरबिडिटी से पीड़ित हूं तो आप पंजीकरण कर सकते हैं और उसके बाद आप टीकाकरण केंद्र जा सकते हैं। आपको अपनी समस्या चिकित्सक को संक्षेप में बताने के लिए अपने पंजीकृत चिकित्सक द्वारा दिया गया अपना कोमोरबिडिटी प्रमाण पत्र दिखाना होगा और उसके बाद आप खुराक पाने में सक्षम होंगे। पंजीकरण और टीकाकरण से संबंधित नियम समान हैं।"बच्चों को वैक्सीन के लिए क्या करना होगा?भारत में 15 से 18 साल की आयु के बच्चों को भी वैक्सीन दी जाएगी। इसके लिए बच्चों को 1 जनवरी 2022 से CoWIN प्लेटफॉर्म पर टीकाकरण के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। CoWIN प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ. आरएस शर्मा ने कहा, "15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चे 1 जनवरी से CoWIN ऐप पर पंजीकरण कर सकेंगे। हमने पंजीकरण के लिए एक अतिरिक्त (10वीं) आईडी कार्ड छात्र आईडी कार्ड जोड़ा है क्योंकि कुछ के पास आधार या अन्य पहचान पत्र नहीं हो सकते हैं।"