गुजरात के अहमदाबाद के नवरंगपुरा में गुरुवार तड़के एक कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के आईसीयू में आग लग गई। इस अग्निकांड में 8 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। मरने वाले सभी मरीज कोविड पॉजिटिव बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक अस्पताल की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। आग पर काबू पा लिया गया है। इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संवेदना प्रकट करते हुए मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपये मदद की घोषणा की है। वहीं सीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
सीएम विजय रुपाणी ने इस हादसे को लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव संगीता सिंह की अगुवाई में टीम को 3 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजन को 2 लाख रुपये प्रत्येक देने की घोषणा की है। वहीं हादसे में घायल लोगों को 50 हजार रुपये की मदद की जाएगी। जानकारी के मुताबिक नवरंगपुरा के Covid-19 डेडिकेटेड श्रेय अस्पताल में सुबह करीब साढ़े तीन बजे आ लगी।
आग ICU में लगी और फैलती चली गई
आग ICU में लगी और फिर वह फैलती चली गई। इससे अस्पताल में हड़कंप मच गया। मरीज इधर-उधर भागने लगे। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। चौथे फ्लोर पर आईसीयू वार्ड में आग लगी। शुरुआती रिपोर्ट में आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है।
इस अग्निकांड में आठ मरीजों की मौत हुई है। इसमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। सभी मरीज कोरोना पॉजिटिव बताए जा रहे हैं। 50 से ज्यादा मरीजों को फायर ब्रिगेड की टीमों ने रेस्क्यू कर लिया। बताया जा रहा है कि 40 मरीजों को अस्पताल के दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
PM मोदी ने प्रकट की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर संवेदना प्रकट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अहमदाबाद के अस्पताल में आग लगने की घटना से दुखी हूं। मृतकों के परिजन के प्रति संवेदना। हादसे में घायल लोग जल्दी ही स्वस्थ हों। स्थिति के बारे में सीएम विजय रुपाणी जी और अहमदाबाद के मेयर बिजाल पटेल जी से बात की। प्रभावित लोगों को प्रशासन सभी संभावित मदद मुहैया करा रहा है।'
परिजन अस्पताल की ओर दौड़े
अस्पताल में आग की खबर से कोरोना संक्रमित मरीजों के परिवार में हड़कंप मच गया। कई मरीजों के परिजन अस्पताल की ओर दौड़ पड़े। अस्पताल के बाहर बदहवास से खड़े एक शख्स ने बताया, ' मेरे जानने वाले अस्पताल में भर्ती हैं। मुझे जैसे ही अस्पताल में आग का पता चला, मैं तुरंत यहां पहुंच गया।'