Vikrant Shekhawat : Jun 23, 2021, 06:36 AM
Delhi: साल 1976 में रिलीज हुई रिचर्ड डॉकिन्स की किताब द सेल्फिश जीन में काफी हद तक इस गुत्थी को सुलझाया गया था। किताब में लिखा गया थी किसी भी बायोलॉजिकल लाइफ का एक ही मकसद होता है एक जनरेशन से दूसरी जनरेशन को अपना डीएनए पास करना।यानी की जैसे ही ये जीन्स अगली जनरेशन को पास होते हैं तो इस शरीर का कोई मतलब नहीं रह जाता है। हालांकि ये सभी प्राणियों के लिए सही नहीं कहा जा सकता है। इस मामले में बड़ा उदाहरण इंसान है। इंसान की जिंदगी जीन्स अगली जनरेशन को पास करने के बाद भी खत्म नहीं होती। लेकिन कुछी जीवों की जिंदगी ऐसी है। जिनमें मकड़ियां, सांप, ऑक्टोपस शामिल हैं।
कई नर जीव सेक्स के तुरंत बाद मर जाते हैं। इनकी मौत के कारण हैरान करने वाले हैं। कई बार मादा जीव अपने पार्टनर को खा जाती है। कई बार नर जीव मादा के एग्रेशन को नहीं झेल पाता और शिकार हो जाता है।ऐसे मामलों में वैज्ञानिकों का कहना है कि 'यौन नरभक्षण' इन जीवों की बुनियादी जरूरत है। प्रेग्नेंसी के दौरान मादा जीव को प्रोटीन की काफी जरूरत होती है, ऐसे में प्रजनन के तुरंत बाद ये मकड़ियां अपने पार्टनर को खा लेती हैं।कुछ रिपोर्ट्स में ये भी सामने आया है कि कुछ मादा गलती से नर का शिकार कर लेती हैं। अपने साथियों से कहीं ज्यादा एग्रेसिव और साइज में बड़ी होने के चलते भी वे उन्हें मार गिराती हैं।मादा एनाकोंडा सांप भी प्रजनन के बाद नर एनाकोंडा को गला घोटकर मार डालती हैं और ज्यादातर मौकों पर उन्हें खाने के तौर पर ही इस्तेमाल करती हैं। वहीं आइसोपोड्स नाम के जंतु में नर और मादा दोनों एक दूसरे को प्रजनन के बाद मार डालते हैं।कई मामलों में मकड़ियां प्रजनन से पहले शिकार के लिए अपने पार्टनर का इंतजार करती हैं इसलिए जब तक ये मादा मकड़ियां किसी कीड़े को खाकर अपना पेट नहीं भर लेती हैं, तब तक नर मकड़ियां उनके पास भी नहीं जाती हैं। नर्सरी वेब नाम की नर मकड़ियां अपने पार्टनर के साथ सेक्स करने से पहले उन्हें सिल्क के साथ बांध देती हैं ताकि सेक्स के दौरान अपने आपको मादा मकड़ियों के हमले से बचा सकें।
कई नर जीव सेक्स के तुरंत बाद मर जाते हैं। इनकी मौत के कारण हैरान करने वाले हैं। कई बार मादा जीव अपने पार्टनर को खा जाती है। कई बार नर जीव मादा के एग्रेशन को नहीं झेल पाता और शिकार हो जाता है।ऐसे मामलों में वैज्ञानिकों का कहना है कि 'यौन नरभक्षण' इन जीवों की बुनियादी जरूरत है। प्रेग्नेंसी के दौरान मादा जीव को प्रोटीन की काफी जरूरत होती है, ऐसे में प्रजनन के तुरंत बाद ये मकड़ियां अपने पार्टनर को खा लेती हैं।कुछ रिपोर्ट्स में ये भी सामने आया है कि कुछ मादा गलती से नर का शिकार कर लेती हैं। अपने साथियों से कहीं ज्यादा एग्रेसिव और साइज में बड़ी होने के चलते भी वे उन्हें मार गिराती हैं।मादा एनाकोंडा सांप भी प्रजनन के बाद नर एनाकोंडा को गला घोटकर मार डालती हैं और ज्यादातर मौकों पर उन्हें खाने के तौर पर ही इस्तेमाल करती हैं। वहीं आइसोपोड्स नाम के जंतु में नर और मादा दोनों एक दूसरे को प्रजनन के बाद मार डालते हैं।कई मामलों में मकड़ियां प्रजनन से पहले शिकार के लिए अपने पार्टनर का इंतजार करती हैं इसलिए जब तक ये मादा मकड़ियां किसी कीड़े को खाकर अपना पेट नहीं भर लेती हैं, तब तक नर मकड़ियां उनके पास भी नहीं जाती हैं। नर्सरी वेब नाम की नर मकड़ियां अपने पार्टनर के साथ सेक्स करने से पहले उन्हें सिल्क के साथ बांध देती हैं ताकि सेक्स के दौरान अपने आपको मादा मकड़ियों के हमले से बचा सकें।