- भारत,
- 25-Apr-2025 09:34 AM IST
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत ने साफ कर दिया है कि अब चुप बैठने का समय नहीं है। पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित हो रहे आतंकी मंसूबों का अंत करने के लिए भारत ने जवाबी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। अब केवल वक्त की घड़ी चल रही है – और ये घड़ी पाकिस्तान के लिए भारी पड़ने वाली है।
रातभर गूंजते रहे फाइटर जेट्स
हमले के बाद बीती रात भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात तनावपूर्ण बने रहे। श्रीनगर के आसमान में भारतीय वायुसेना के राफेल, सुखोई और अन्य फाइटर जेट्स की गर्जना सुनाई दी। ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स और Airborne Warning and Control System (AWACS) युक्त विमानों ने पूरी रात गश्त की और दुश्मन की हर हलचल पर पैनी नजर बनाए रखी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय जेट्स ने बॉर्डर के बेहद करीब तक उड़ान भरी और पाकिस्तान की वायुसेना भी आकाश में एक्टिव नजर आई।
सेना, वायुसेना और नौसेना – तीनों मोर्चे पर एक्टिव
पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना के तीनों अंग – थल, वायु और नौसेना – अलर्ट पर हैं। जम्मू-कश्मीर से लेकर अरब सागर तक सेना की हलचल तेज हो गई है। सरहद पर राफेल गश्त कर रहे हैं, आतंकियों के ठिकानों पर लगातार रेड और कार्रवाई हो रही है। भारत के अंदर बैठे देशद्रोहियों पर भी शिकंजा कसने की रणनीति बनाई जा रही है।
आर्मी चीफ का दौरा, पहलगाम में हालात का जायजा
आज भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी श्रीनगर पहुंच रहे हैं। वह वहां एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें लाइन ऑफ कंट्रोल और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आगे की कार्रवाई को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक के बाद आर्मी चीफ पहलगाम के उस स्थान पर जाएंगे जहां निर्दोष पर्यटकों की जान ली गई थी। उनके साथ फिफ्टीन कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव और विक्टर फोर्स के कमांडर भी मौजूद रहेंगे।
अरब सागर में INS विक्रांत का जलवा
भारत की समुद्री ताकत भी अब हरकत में आ चुकी है। भारतीय नौसेना का स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत अरब सागर में तैनात कर दिया गया है। उस पर मिग-29K जैसे उन्नत फाइटर जेट्स और अटैक हेलिकॉप्टर तैनात हैं। गुरुवार को INS सूरत से मिसाइल टेस्टिंग भी की गई, जो सतह से समुद्र में दुश्मन के ठिकानों पर सटीक निशाना साधने में सक्षम है। सैटेलाइट से मिली तस्वीरों से पता चलता है कि INS विक्रांत तेजी से पश्चिमी समुद्री सीमा की ओर बढ़ रहा है।
ऑपरेशन 'आक्रमण' – वायुसेना की जवाबी तैयारी
भारतीय वायुसेना ने सेंट्रल सेक्टर में एक युद्धाभ्यास शुरू किया है, जिसका नाम दिया गया है "ऑपरेशन आक्रमण"। इसमें राफेल और सुखोई-30 जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। अंबाला और हाशीमारा की राफेल स्क्वॉड्रन इस अभ्यास में शामिल हैं। हालांकि वायुसेना इसे नियमित अभ्यास बता रही है, लेकिन इसकी टाइमिंग पाकिस्तान के लिए किसी चेतावनी से कम नहीं।
इतिहास की पुनरावृत्ति? 2019 की एयर स्ट्राइक याद दिला रहा माहौल
यह स्थिति 2019 के पुलवामा हमले के बाद के हालात की याद दिला रही है, जब भारत ने बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। उस समय मिराज 2000 जेट्स ने दुश्मन के घर में घुसकर कार्रवाई की थी। अब एक बार फिर देश में वही आक्रोश और वही संकल्प दिखाई दे रहा है।