Vikrant Shekhawat : Sep 11, 2023, 07:45 PM
India and Saudi: दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन समाप्त हो चुका है, सम्मेलन में शामिल नेता वापस लौट चुके हैं, लेकिन सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस सोमवार को दिल्ली में रहे और द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लिया. वो 100 बिजनेसमैन और 7 मंत्रियों के डेलिगेशन के साथ भारत आए हैं. प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस के बीच जो केमिस्ट्री है उसका असर दुनिया के बड़े मंचों पर दिखाई दे रहा है. भारत और सऊदी अरब के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. इसमें एनर्जी सेक्टर और चीन के BRI के जवाब में कॉरिडोर बनाने के प्लान जैसे अहम मुद्दे शामिल हैं.पीएम मोदी ने खाड़ी देशों के साथ संबंधों को मज़बूत करने पर विशेष जोर दिया है और इसमें सऊदी अरब पर उनका फोकस रहा है. वो 2016 और 2019 में सऊदी अरब का दौरा कर चुके हैं, कई समझौते कर चुके हैं. इस्लामिक देशों पर सऊदी अरब का बड़ा प्रभाव है. इसका इस्तेमाल करके पाकिस्तान को किनारे करने का प्लान अब असर दिखा रहा है.पीएम मोदी ने कहा, सऊदी अरब भारत की सबसे बड़े STARTEGIC पार्टनर में से एक है. हमने हमारी करीबी साझेदारी को नेक्स्ट लेवल ले जाने के लिए कई काम किए. हमें मिलकर मानवता के भलाई के लिए काम करने के लिए प्रेरणा मिलेगी. सऊदी अरब और भारत की मित्रता क्षत्रिय समृद्धि और मानव कल्याण के लिए जरूरी है.उन्होंने कहा कि आज की बैठक से हमारे संबंधों को एक नई दिशा मिलेगी और हमें मिलकर मानवता की भलाई के लिए काम करते रहने की प्रेरणा मिलेगी. कल (रविवार) हमने भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर स्थापित करने के लिए ऐतिहासिक शुरुआत की है. इससे न केवल दोनों देश आपस में जुड़ेंगे बल्कि एशिया, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा के विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल मिलेगा.पाक की यात्रा हुई थी रद्द2019 में भारत यात्रा के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का ये दूसरा दौरा है. सऊदी प्रिंस के पास पाकिस्तान के लिए समय नहीं है, हाल में उनकी इस्लामाबाद यात्रा रद्द हुई थी. ऐसे में पाकिस्तान के कई लोग अपनी ही हुकूमत का मजाक उड़ाते हुए कह रहे हैं कि भारत के लिए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के पास टाइम ही टाइम है.