Vikrant Shekhawat : Aug 28, 2020, 10:37 PM
न्यूज हैल्पलाइन . मुम्बई | सुशांत सिंह राजपूत के मौत के बाद से पूरा देश सिर्फ रिहा चक्रबोर्ती के बारे में बात कर रहा हैं।उनके केस में रिहा प्राइम अक्यूज़ड मानी जा रही है और कल रिहा ने राजदीप सरदेसाई को एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अपने ऊपर लगे इल्जामो को लेकर बात की। अपने इस इंटरव्यू में उन्होंने सुशांत की एक्स गर्लफ्रेंड अंकिता लोखंडे को लेकर भी कुछ इल्जाम लगाए।
अंकिता लोखंडे ने पहले ही दिन से सुशांत की डिप्रेशन थ्योरी को नकारा है और उन्होंने इस बात को साफ़ झुठलाया है। रिहा के इस इंटरव्यू के बाद अंकिता ने एक मैसेज लिखकर उसको जवाब दिया हैं।अपने सोशल मीडिया पर अंकिता ने लिखा, " आज के इंटरव्यू को लेकर कुछ खुलासे। #यह चलेगा जब तक हमें इन्साफ नहीं मिलेगा।"अंकिता ने लिखा, "कुछ स्पष्टीकरण सबसे पहले, सुशांत और मैं जबसे साथ थे और हमारे रिश्ते के अंत 23 फरवरी 2016 तक, सुशांत को डिप्रेशन की कोई कंडीशन नहीं थी और न ही उसने किसी साइकेट्रिस्ट से मुलाकात की थी। वह पूरी तरह से स्वस्थ था। मैंने किसी प्लेटफार्म पर यह नहीं कहा है की हमारे अलग होने के बाद से सुशांत और मैं किसी भी तरह से एक दूसरे के कांटेक्ट में थे। यह फैक्ट है की जब मैं मणिकर्णिका के लिए शूट कर रही थी, तो हमारे दोस्त मुकेश छाबरा ने मेरा एक पोस्टर शेयर किया था जिसपर सुशांत ने मुझे गुड लक विश किया था और मैंने भी उन्हें जवाब दिया था। इसलिए मैं रिहा के इल्जाम को झुठलाती हूँ की मैंने कहा है सुशांत और मैंने फ़ोन पर बात की।अभी तक मैंने सभी इंटरव्यूज में यही कहा है, की जब तक सुशांत और मैं साथ में थे तो सुशांत को किसी भी तरह का डिप्रेशन नहीं था। हम दोनों ने उसकी सफलता के सपने देखे थे और मैंने उसके लिए प्रार्थना की, और सुशांत सफल होता गया। मैंने बस यही कहा है। अगर मुझसे किसी ने रिहा के बारे में पूछा, तो मैंने साफ़ साफ़ जवाब दिया है की न मैं रिहा को जानती हूँ और न ही उनके रिश्ते के बारे में कुछ जानती थी क्यूंकि मुझे उसकी परवाह नहीं थी। मुझे परवाह तब हुई जब किसी की जान गयी और मुझसे हमारे साथ बिताये वक़्त के बारे में पूछा गया। मैंने सब सच कहा और सच को सामने रखा। जहा तक मेरे फ्लैट की बात रही, मैं पहले ही क्लियर कर चुकी हूँ और सुशांत के परिवार उसमे मेरे साथ खड़ा है। इसलिए मैं सच के साथ खड़ी हूँ और मैं सुशांत के परिवार के साथ हूँ न की रिहा के। सुशांत के परिवार के हिसाब से रिहा ही है जिसने सुशांत को उसके अंत तक पहुंचाया। उनके पास इसको लेकर चैट्स और प्रूफ्स है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता। इसलिए मैंने सुशांत के परिवार की सुनी और उनके साथ खड़ी हूँ और अंत तक खड़ी रहूंगी। अंकिता लोखंडे "
अंकिता लोखंडे ने पहले ही दिन से सुशांत की डिप्रेशन थ्योरी को नकारा है और उन्होंने इस बात को साफ़ झुठलाया है। रिहा के इस इंटरव्यू के बाद अंकिता ने एक मैसेज लिखकर उसको जवाब दिया हैं।अपने सोशल मीडिया पर अंकिता ने लिखा, " आज के इंटरव्यू को लेकर कुछ खुलासे। #यह चलेगा जब तक हमें इन्साफ नहीं मिलेगा।"अंकिता ने लिखा, "कुछ स्पष्टीकरण सबसे पहले, सुशांत और मैं जबसे साथ थे और हमारे रिश्ते के अंत 23 फरवरी 2016 तक, सुशांत को डिप्रेशन की कोई कंडीशन नहीं थी और न ही उसने किसी साइकेट्रिस्ट से मुलाकात की थी। वह पूरी तरह से स्वस्थ था। मैंने किसी प्लेटफार्म पर यह नहीं कहा है की हमारे अलग होने के बाद से सुशांत और मैं किसी भी तरह से एक दूसरे के कांटेक्ट में थे। यह फैक्ट है की जब मैं मणिकर्णिका के लिए शूट कर रही थी, तो हमारे दोस्त मुकेश छाबरा ने मेरा एक पोस्टर शेयर किया था जिसपर सुशांत ने मुझे गुड लक विश किया था और मैंने भी उन्हें जवाब दिया था। इसलिए मैं रिहा के इल्जाम को झुठलाती हूँ की मैंने कहा है सुशांत और मैंने फ़ोन पर बात की।अभी तक मैंने सभी इंटरव्यूज में यही कहा है, की जब तक सुशांत और मैं साथ में थे तो सुशांत को किसी भी तरह का डिप्रेशन नहीं था। हम दोनों ने उसकी सफलता के सपने देखे थे और मैंने उसके लिए प्रार्थना की, और सुशांत सफल होता गया। मैंने बस यही कहा है। अगर मुझसे किसी ने रिहा के बारे में पूछा, तो मैंने साफ़ साफ़ जवाब दिया है की न मैं रिहा को जानती हूँ और न ही उनके रिश्ते के बारे में कुछ जानती थी क्यूंकि मुझे उसकी परवाह नहीं थी। मुझे परवाह तब हुई जब किसी की जान गयी और मुझसे हमारे साथ बिताये वक़्त के बारे में पूछा गया। मैंने सब सच कहा और सच को सामने रखा। जहा तक मेरे फ्लैट की बात रही, मैं पहले ही क्लियर कर चुकी हूँ और सुशांत के परिवार उसमे मेरे साथ खड़ा है। इसलिए मैं सच के साथ खड़ी हूँ और मैं सुशांत के परिवार के साथ हूँ न की रिहा के। सुशांत के परिवार के हिसाब से रिहा ही है जिसने सुशांत को उसके अंत तक पहुंचाया। उनके पास इसको लेकर चैट्स और प्रूफ्स है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता। इसलिए मैंने सुशांत के परिवार की सुनी और उनके साथ खड़ी हूँ और अंत तक खड़ी रहूंगी। अंकिता लोखंडे "