विदेश / कोविड-19 महामारी की स्थिति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है ओमीक्रॉन: डब्ल्यूएचओ प्रमुख

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एधेनॉम गेब्रियेसस ने कोविड-19 के नए वैरिएंट को लेकर कहा है, "ओमीक्रॉन का वैश्विक प्रसार और बड़ी संख्या में म्यूटेशन इसकी कुछ ऐसी विशेषताएं हैं जिनकी वजह से यह महामारी की स्थिति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।" हालांकि, उन्होंने कहा कि इसे वैश्विक संकट बनने से रोका जा सकता है।

Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2021, 08:12 PM
विश्व स्वास्थ्य संगठन: (WHO) ने बुधवार को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस का नया ओमिक्रॉन वेरिएंट महामारी की दिशा को बदल सकता है।

WHO महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने कहा कि सभी देश एक साथ मिलकर ओमिक्रॉन को वैश्विक संकट बनने से रोक सकते हैं।

उन्होंने सभी देशों से जितना तेज हो सके, उतनी तेजी से अपने नागरिकों का वैक्सीनेशन करने और लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए पाबंदियां लगाए रखने की अपील की।

वायरस बदल रहा है, लेकिन हमारा सामूहिक संकल्प नहीं बदलना चाहिए- डॉ टेड्रोस

ओमिक्रॉन के बारे में मीडिया से बात करते हुए डॉ टेड्रोस ने कहा, "वैश्विक प्रसार और म्यूटेशन्स की बड़ी संख्या जैसे ओमिक्रॉन के कुछ फीचर्स संकेत देते हैं कि इसका महामारी की दिशा पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। हम ओमिक्रॉन को वैश्विक संकट बनने से रोक सकते हैं। ये वायरस बदल रहा है, लेकिन हमारा सामूहिक संकल्प नहीं बदलना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि शुरुआत सबूत संकेत देते हैं कि ओमिक्रॉन डेल्टा वेरिएंट की तुलना में कम बीमार करता है।

ओमिक्रॉन वेरिएंट

खतरनाक क्यों माना जा रहा है ओमिक्रॉन वेरिएंट?

पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पकड़ में आए ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं।

विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है।

WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके है।