वैक्सीन / आपूर्ति में देरी को लेकर ऐस्ट्राज़ेनेका ने हमें कानूनी नोटिस भेजा है: अदार पूनावाला

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि आपूर्ति में देरी को लेकर ऐस्ट्राज़ेनेका ने उसकी कोविड-19 वैक्सीन बनाने वाली उनकी कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा, "हम भारतीय आपूर्ति को प्राथमिकता के चलते....कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों को पूरा ना कर पाने पर होने वाले...कानूनी विवादों के निपटारे के रास्तों पर गौर कर रहे हैं।"

Vikrant Shekhawat : Apr 08, 2021, 12:14 PM
नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन की सप्लाई में देरी होने पर एस्ट्राजेनेका ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआइआइ) को कानूनी नोटिस भेजा है।  इसलिए एसआईआई ने कोवीशील्‍ड का उत्‍पादन दोगुना करने के लिए भारत सरकार से ग्रांट के रूप में मदद मांगी है। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन को सीरम भारत में कोविशील्ड ब्राड नेम से बना और बेच रही है। एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 वैक्सीन की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए करीब 3,000 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।

पूनावाला ने एक टीवी चैनल से कहा,‘हमें मोटे तौर पर 3,000 करोड़ रुपये की जरूरत है, जो एक छोटा आंकड़ा नहीं है, क्योंकि हमने पहले ही हजारों करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं। हमें अपनी क्षमता निर्माण के लिए अन्य नए तरीके तलाशने होंगे।’ उन्होंने कहा कि कंपनी को उम्मीद है कि कोविशील्ड वैक्सीन की उत्पादन क्षमता जून से प्रति माह 11 करोड़ तक बढ़ जाएगी। 

पूनावाला ने कहा कि कंपनी प्रति दिन 20 लाख खुराक का उत्पादन कर रही है। उन्होंने कहा,‘हमने अकेले भारत में 10 करोड़ से अधिक खुराक दी हैं और अन्य देशों को लगभग छह करोड़ खुराक का निर्यात किया है।’ सीरम इंस्टीट्यूट के साथ ही अन्य वैक्सीन उत्पादकों ने भी मुनाफा न लेने के लिए सरकार से सहमति जताई है।

उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी दूसरी वैक्सीन कंपनी इतनी घटी कीमतों पर टीके उपलब्ध नहीं करा रही है। पूनावाला ने एक अन्य साक्षात्कार में कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट अन्य के मुकाबले भारत की अस्थाई जरूरतों को प्राथमिकता दे रहा है। कंपनी वर्तमान में छह से सात करोड़ टीके प्रति माह उत्पादन कर रही है।