Vikrant Shekhawat : Dec 05, 2023, 09:30 AM
Israel-Hamas News: हमास से जंग और गाजा पर जारी इजराइली बमबारी के बीच एक खबर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को परेशान कर सकती है. खबरों के मुताबिक नेतन्याहू के खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर दोबारा से सुनवाई सोमवार को शुरू हो गई. 7 अक्टबूर को हमास के इजराइल पर चौंकाने वाले हमले कै बाद देश में आपातकाल लगा दी गई थी. इसके बाद नेतन्याहू पर चल रहा मुकदमा रुक गया था मगर 1 दिसंबर को फिर आपातकाल हटा दिया गया. इजराइल के जस्टिस मिनिस्टर यारिस लेविन ने इधर आपातकाल खत्म किया और उधर फाइल खुली.नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार को लेकर मुकदमा पहली बार जनवरी 2020 में शुरू हुआ था. अब तक वह इससे पीछा नहीं छुड़ा सके हैं. नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, विश्वासघात और रिश्वतखोरी के आरोप हैं. इस तरह के संगीन जुर्म के तहत मुकदमा झेलने और प्रधानमंत्री रहते हुए आरोपी के तौर पर अदालत में पेश होने होने वाले वे पहले इजराइली पीएम हैं. हालांकि नेतन्याहू का कहना है कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं.नेतन्याहू पर तीन अलग-अलग आरोप हैं:-1. केस 1000 – केस 1000 में नेतन्याहू पर आरोप हैं कि उन्होंने विदेशी बिजनेसमैन से सिगार लिए और महंगे शैंपेन जैसी चीजें गिफ्ट के तौर पर ली. इसे धोखाधड़ी और अपने पद की गरिमा के साथ खिलवाड़ का मामला माना गया है.2. केस 2000 – केस 2000 में भी केस 1000 ही की तरह धोखाधड़ी और विश्वासघात के आरोप हैं लेकिन यहां मामला थोड़ा ज्यादा ही दिलचस्प है. आरोप है कि नेतन्याहू ने एक अखबार से अपने पक्ष में माहौल बनवाया. इसके बदले में उन्होंने दूसरे अखबार की सर्कुलेशन को कम करा दी जो नेतन्याहू का समर्थक नहीं था और इजरायली पीएम के समर्थन में माहौल बना रहे अखबार का प्रदिद्वंदी था.3. केस 4000 – सबसे गंभीर मामला यही है. नेतन्याहू पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने दोस्त शॉल एलोविच को फायदा पहुंचाया और इसके लिए हर नियम, कानून की तिलांजली दे दी. कथित तौर पर नेतन्याहू ने टेलिकम्युनिकेशन से जुड़ी रेगुलेशन में शॉल को अतिरिक्त छूट दे दी. कहते हैं कि बदले में शॉल ने अपने मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये नेतन्याहू के समर्थन में जमकर मीडिया कवरेज की.