देश / बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने स्वीकार की 30 लाख की चुनौती, कहा- दरबार आएं...

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा है. उनके खिलाफ नागपुर में पुलिस केस दर्ज किया गया है. ये केस नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज करवाया है. समिति के श्याम मानव का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है तो वो कोर्ट का रुख करेगी.

Bageshwar Dham Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा है. उनके खिलाफ नागपुर में पुलिस केस दर्ज किया गया है. ये केस नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज करवाया है. समिति के श्याम मानव का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है तो वो कोर्ट का रुख करेगी. वहीं धीरेंद्र शास्त्री ने पलटवार करते हुए कहा, 'मैं चुनौती स्वीकार करता हूं. श्याम यहां रायपुर आए, टिकट का खर्च मैं दूंगा. हमने दिव्य दरबार लगाया तो श्याम क्यों नहीं आए, अब हमें बदनाम करने की कोशिश हो रही है.'

उन्होंने कहा, 'आरोप लगाने वाले छोटी मानसिकता के लोग हैं. हम 7 दिन की ही कथा करते हैं. हमारा दावा नहीं की हम आपकी समस्या को मिटा देंगे. हमें अपने इष्ट पर भरोसा है. हम अंधविश्वास के पक्षकार नहीं हैं. हमारे इष्ट लोगों की समस्या को दूर करते हैं. क्या हनुमान जी की पूजा करना उनका प्रचार करना गलत है?'

धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह सब धर्म विरोधी लोगों का कारनामा है. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने चमत्कार को चुनौती देने वालों को जवाब देते हुए कहा, 'हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार.' नागपुर में कथा कर बागेश्वर धाम लौटे शास्त्री ने कहा, "हम सालों से बोल रहे हैं कि न हम कोई चमत्कारी हैं, न हम कोई गुरू हैं. नागपुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने आरोप लगाया था कि उन्होंने चमत्कार के दावे कर कानून का उल्लंघन किया है." 

शास्त्री ने स्वीकार की 30 लाख की चुनौती

श्याम मानव ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को चुनौती भी दी और कहा कि चमत्कार दिखाएं और अगर वे सही साबित हुए तो हम 30 लाख रुपये देंगे, लेकिन वे चुनौती को अस्वीकार करते हुए 2 दिन पहले ही कथा खत्म कर चले गए. हालांकि, धीरेंद्र शास्त्री ने इस चुनौती को स्वीकार कर लिया है. इधर, समिति की मांग है कि धीरेंद्र कृष्ण को गिरफ्तार किया जाए.

बागेश्वर धाम के पुजारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के लिए आपत्तिजनक भाषा का भी इस्तेमाल कर चुके हैं. समिति ने पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को उनकी शक्तियां सबके सामने साबित करने की चुनौती दी थी. नागपुर में अपना दरबार तय समय से पहले खत्म करने के बाद छतरपुर लौटे पंडित शास्त्री ने इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि जब वे नागपुर में मौजूद थे, तब क्या उनके बाप मर गए थे या हाथों में चूड़ियां पहन रखी थीं. जब हाथी चलता है तो कुत्ते भौंकते ही हैं.

हिंदुत्व और धर्मांतरण पर उन्होंने कहा था कि हिंदुओं में एकता नहीं होने के कारण बाकी लोग लाभ उठाते हैं, पर अब बदलाव आ रहा है. हिंदू जाग रहे हैं, जहां भी धर्मातरण हो रहा है, हमने वहां जाकर कथा करने का संकल्प लिया है. परिवारों की वापसी भी हुई है. हिंदुओं के देवी-देवता को इसलिए ही टारगेट बनाया जाता है क्योंकि हम काफी भोलेभाले लोग होते हैं.

पंडित धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री ने एक बार फिर पठान फिल्म का बॉयकॉट करने की बात कही. पठान फिल्म को लेकर दिए गए अपने बयानों पर कहा, 'मैं अपनी बात पर अब भी कायम हूं.' विराट कोहली के शतक मारने पर कहा कि अगर साधू के पास जाओगे तो शतक ही शतक लगेगा, जो भी चरणों में जाएगा, सुख पाएगा.