NDTV : Aug 31, 2019, 04:27 PM
जम्मू कश्मीर: कश्मीर में जुम्मे की नमाज के तहत लोगों के आवागमन पर लगाए गए कड़े प्रतिबंधों के एक दिन बाद शनिवार को घाटी के अधिकतर हिस्सों से प्रतिबंध हटा दिए गए. अधिकारियों ने बताया कि घाटी के अधिकतर इलाकों से शनिवार सुबह प्रतिबंध हटा दिए गए. उन्होंने बताया कि शहर के अधिकतर हिस्सों में सड़कों से अवरोधक हटा दिए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात रखा गया है. जुम्मे की नमाज के बाद कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होने की आशंका के मद्देनजर शुक्रवार को घाटी में लोगों के आवागमन पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे.
केवल एम्बुलेंसों और आपात स्थिति में ही लोगों को आने-जाने की अनुमति थी. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही और घाटी में कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. उन्होंने बताया कि घाटी में शनिवार को लगातार 27वें दिन जनजीवन प्रभावित रहा. बाजार बंद रहे, सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा और स्कूल भी बंद रहे.अधिकारियों ने बताया कि घाटी में हालात सुधरने के मद्देनजर अधिकतर स्थानों पर लैंडलाइन टेलीफोन सेवा आरंभ कर दी गई है लेकिन यहां वाणिज्यिक केंद्र लाल चौक और प्रेस एन्क्लेव में यह सेवा बाधित है. केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने और उसें दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की पांच अगस्त को घोषणा की थी, तब से मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.
केवल एम्बुलेंसों और आपात स्थिति में ही लोगों को आने-जाने की अनुमति थी. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को स्थिति शांतिपूर्ण रही और घाटी में कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. उन्होंने बताया कि घाटी में शनिवार को लगातार 27वें दिन जनजीवन प्रभावित रहा. बाजार बंद रहे, सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा और स्कूल भी बंद रहे.अधिकारियों ने बताया कि घाटी में हालात सुधरने के मद्देनजर अधिकतर स्थानों पर लैंडलाइन टेलीफोन सेवा आरंभ कर दी गई है लेकिन यहां वाणिज्यिक केंद्र लाल चौक और प्रेस एन्क्लेव में यह सेवा बाधित है. केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने और उसें दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की पांच अगस्त को घोषणा की थी, तब से मोबाइल एवं इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.