News18 : Sep 21, 2020, 08:26 AM
नई दिल्ली। अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट के फाइनेंशल क्राइम्स एंफोर्समेंट नेटवर्क (FinCEN) के पास भारत में घोटालेबाजों, भ्रष्ट नौकरशाहों और बैंक को धोखा देने वालों की एक ऐसी लिस्ट है जो सार्वजनिक होने पर भारत की राजनीति में भूचाल ला सकती है। इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (ICIJ) की मदद से इन नामों का खुलासा भी होने लगा है। बता दें कि फिनसेन फाइल्स ने जिन नामों की लिस्ट तैयार की है, उसकी जानकारी अब 88 देशों के 109 मीडिया हाउस को लग गई है। ऐसे में इन नामों के खुलासे के बाद देश की राजनीति में सरगर्मी बढ़ना तय माना जा रहा है।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक इन फाइनेंशल क्राइम्स एंफोर्समेंट नेटवर्क की ओर से मिले दो हजार गुप्त दस्तावेजों की जांच के बाद कई भारतीयों के नाम का खुलासा हुआ है, जिन्होंने बड़ी मात्रा में पैसों का अवैध ट्रांजेक्शन किया है। इस पूरे फर्जीवाड़े में उन बैंकों के नाम भी शामिल हैं जिनकी मदद से इन घोटालों और फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जाता है।इंडियन एक्सप्रेस के प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, फिनसेन के दस्तावेजों में भारत के अंदर 2 लाख करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है। अखबार ने दावा किया है उसने इन दस्तावेजों में उन लोगों के नाम खंगालने की कोशिश की है, जिनके खिलाफ भारत में अलग अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं। अखबार के मुताबिक अमेरिका की फिनसेन के दस्तावेजों में अगस्ता वेस्टलैंड, एयरसेल मैक्सिस केस, 2जी स्कैम और रॉल्स रॉयस घूस कांड के साथ ही टैक्स चोरी के कई मामलों से जुड़ी कंपनियों और लोगों के नाम शामिल किए गए हैं। बता दें कि इस लिस्ट में वो कंपनियां या लोग शामिल हैं जिनकी जांच भारत में पहले से सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) जैसी एजेंसियां जांच कर रही हैं।
दस्तावेज में इन कंपनियों का नाम भी है शामिलइंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक फिनसेन फाइल्स के दस्तावेजों में जिनके नाम शामिल हैं उनमें एक ग्लोबल डायमंड कंपनी के सदस्य जो भारत में जन्में, हेल्थकेयर और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की एक बड़ी कंपनी, आईपीएल टीम का एक स्पॉन्सर, जेल में बंद कलाकृतियों और बहुमूल्य वस्तुओं का तस्कर, एक लग्जरी कार का डीलर और भारत के अंडरवर्ल्ड डॉन का एक प्रमुख फाइनेंसर समेत कई अन्य कंपनियां और लोग शामिल हैं।
1999 से 2017 के बीच के हैं ये दस्तावेजरिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के बैंकों में 3201 अकाउंट के जरिए 1।53 अरब डॉलर (करीब 112 अरब रुपये) का लेनदेन किया गया है। इन सभी के पते भारत के हैं जबकि हजारों ऐसे भी हैं जिनके पते विदेशों के हैं। यहां पर ध्यान देने वाली बात ये है कि फिनसेन फाइल्स से हाथ लगे इन दस्तावेजों में 1999 से 2017 के बीच दर्ज हुईं भारत से संबंधित घटनाओं का जिक्र है। इस पूरे ट्रांजेक्शन को अंजाम देने के लिए भारत के 44 बैंकों का इस्तेमाल किया गया है, जो भारत में विदेशी बैंकों के प्रतिनिधि हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें पंजाब नेशनल बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, कैनरा बैंक, इंडसइंड बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कई प्रमुख नाम शामिल हैं।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक इन फाइनेंशल क्राइम्स एंफोर्समेंट नेटवर्क की ओर से मिले दो हजार गुप्त दस्तावेजों की जांच के बाद कई भारतीयों के नाम का खुलासा हुआ है, जिन्होंने बड़ी मात्रा में पैसों का अवैध ट्रांजेक्शन किया है। इस पूरे फर्जीवाड़े में उन बैंकों के नाम भी शामिल हैं जिनकी मदद से इन घोटालों और फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जाता है।इंडियन एक्सप्रेस के प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, फिनसेन के दस्तावेजों में भारत के अंदर 2 लाख करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है। अखबार ने दावा किया है उसने इन दस्तावेजों में उन लोगों के नाम खंगालने की कोशिश की है, जिनके खिलाफ भारत में अलग अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं। अखबार के मुताबिक अमेरिका की फिनसेन के दस्तावेजों में अगस्ता वेस्टलैंड, एयरसेल मैक्सिस केस, 2जी स्कैम और रॉल्स रॉयस घूस कांड के साथ ही टैक्स चोरी के कई मामलों से जुड़ी कंपनियों और लोगों के नाम शामिल किए गए हैं। बता दें कि इस लिस्ट में वो कंपनियां या लोग शामिल हैं जिनकी जांच भारत में पहले से सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) जैसी एजेंसियां जांच कर रही हैं।
दस्तावेज में इन कंपनियों का नाम भी है शामिलइंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक फिनसेन फाइल्स के दस्तावेजों में जिनके नाम शामिल हैं उनमें एक ग्लोबल डायमंड कंपनी के सदस्य जो भारत में जन्में, हेल्थकेयर और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर की एक बड़ी कंपनी, आईपीएल टीम का एक स्पॉन्सर, जेल में बंद कलाकृतियों और बहुमूल्य वस्तुओं का तस्कर, एक लग्जरी कार का डीलर और भारत के अंडरवर्ल्ड डॉन का एक प्रमुख फाइनेंसर समेत कई अन्य कंपनियां और लोग शामिल हैं।
1999 से 2017 के बीच के हैं ये दस्तावेजरिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के बैंकों में 3201 अकाउंट के जरिए 1।53 अरब डॉलर (करीब 112 अरब रुपये) का लेनदेन किया गया है। इन सभी के पते भारत के हैं जबकि हजारों ऐसे भी हैं जिनके पते विदेशों के हैं। यहां पर ध्यान देने वाली बात ये है कि फिनसेन फाइल्स से हाथ लगे इन दस्तावेजों में 1999 से 2017 के बीच दर्ज हुईं भारत से संबंधित घटनाओं का जिक्र है। इस पूरे ट्रांजेक्शन को अंजाम देने के लिए भारत के 44 बैंकों का इस्तेमाल किया गया है, जो भारत में विदेशी बैंकों के प्रतिनिधि हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इसमें पंजाब नेशनल बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, कैनरा बैंक, इंडसइंड बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कई प्रमुख नाम शामिल हैं।