उत्तर प्रदेश / अपराधी को यूपी में पुलिस हिरासत से भगाने में बीजेपी नेता ने की मदद, सामने आया वीडियो

उत्तर प्रदेश पुलिस ने कानपुर में बीजेपी नेता नारायण सिंह भदौरिया और उनके समर्थकों के खिलाफ रेप और हत्या के लिए वांछित अपराधी को गिरफ्तारी के बाद पुलिस हिरासत से भगाने में मदद करने के आरोप में केस दर्ज किया है। बकौल पुलिस, भदौरिया एक वीडियो में हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाते दिखे थे जिसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज हुई।

Vikrant Shekhawat : Jun 03, 2021, 02:11 PM
कानपुर. हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. नौबस्ता इलाके में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था. हालांकि, उसके समर्थक उसे छुड़ाकर ले गए थे. हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह पर 25 हजार रुपये का इनाम है. उसके खिलाफ 27 मुकदमें चल रहे हैं. 

पुलिस हिरासत से छुड़ाकर ले गए थे समर्थक

बता दें कि मनोज सिंह नौबस्ता इलाके के उस्मानपुर में बीजेपी के जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया की बर्थडे पार्टी में पहुंचा था. मनोज सिंह की भनक लगते ही पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और अपने साथ ले जाने लगी. इस बात की जानकारी जैसे ही बीजेपी नेता नारायण सिंह को लगी तो वो अपने समर्थकों के साथ पहुंचे और पुलिस टीम को घेर लिया और मनोज को ले जाने का विरोध करने लगे. इस दौरान पुलिस और बीजेपी नेता और उसके समर्थकों के बीच भिड़ंत हो गई. वहीं, कुछ लोगों ने जीप पर बैठे बदमाश को भगा दिया. वहीं पुलिस देखती रह गई.

साउथ कानपुर की डीसीपी रविना त्यागी ने कहा कि मनोज सिंह को छुड़ाने वाले सभी बदमाशों की पहचान कर ली गई हैं. वायरल वीडियो के आधार पर बदमाशों की पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है. उन्होंने कहा कि आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

कानपुर के अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुल्हरी ने बताया कि वांछित अपराधी को पुलिस हिरासत से भगा ले जाने और पुलिस के काम में बाधा डालने वाले लोगों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की टीमें बनाई गई हैं. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऐसी अफवाह है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने वांछित अपराधी को वहां से भगाया था. अपर पुलिस उपायुक्त ने इस बात की पुष्टि की गेस्ट हाउस में जन्मदिन की पार्टी बीजेपी नेता की थी, लेकिन नेता का दावा है कि उस समय वह वहां नहीं थे और न ही उनका इस घटना से कोई संबंध हैं.