LSG vs PBKS: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का इतिहास हमें यह दिखाता है कि जो खिलाड़ी सबसे महंगे बिकते हैं, वे अक्सर उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते। दूसरी ओर, कम कीमत पर खरीदे गए खिलाड़ी ही मैच जीताने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। आईपीएल 2025 में भी यह ट्रेंड दोहराया जाता दिख रहा है। इस साल ऋषभ पंत को 27 करोड़ रुपये की भारी-भरकम कीमत पर लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) ने खरीदा, लेकिन उनका प्रदर्शन अब तक निराशाजनक रहा है।
ऋषभ पंत का प्रदर्शन अब तक कैसा रहा?
आईपीएल 2025 के पहले ही मैच में ऋषभ पंत बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। दूसरे मैच में उन्होंने मात्र 15 रन बनाए, जबकि तीसरे मैच में वे 5 गेंदों पर केवल 2 रन बनाकर आउट हो गए। यानी तीन मैचों में वे कुल 17 रन ही बना सके हैं। इस खराब फॉर्म ने न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा पर असर डाला है, बल्कि एलएसजी की टीम के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
क्या कप्तानी भी बनी सिरदर्द?
सिर्फ बल्लेबाजी ही नहीं, ऋषभ पंत की कप्तानी पर भी सवाल उठ रहे हैं। टीम के गेंदबाजी क्रम को लेकर वे सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं, जिससे टीम को हार का सामना करना पड़ रहा है। मैदान पर रणनीतिक बदलाव करने में भी वे चूक कर रहे हैं, जिससे विरोधी टीमें हावी हो रही हैं। विकेटकीपिंग के दौरान भी उनसे गलतियां हो रही हैं, जो टीम के प्रदर्शन को और खराब कर रही हैं।
महंगे खिलाड़ियों पर बड़ी उम्मीदें, लेकिन प्रदर्शन फीका
आईपीएल के इतिहास में कई बार देखा गया है कि जो खिलाड़ी बड़ी रकम में खरीदे जाते हैं, वे दबाव में आकर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। क्रिस मॉरिस (16.25 करोड़, 2021), बेन स्टोक्स (16.25 करोड़, 2023), और कैमरून ग्रीन (17.5 करोड़, 2023) जैसे कई नाम इस सूची में शामिल हैं।
दूसरी ओर, कई ऐसे खिलाड़ी जो कम कीमत में खरीदे जाते हैं, वे पूरे सीजन में शानदार प्रदर्शन करते हैं। उदाहरण के लिए, 50 लाख से 1 करोड़ के बीच खरीदे गए कई युवा खिलाड़ी अपनी टीम के लिए मैच विजेता साबित होते हैं।
क्या एलएसजी फंस गई है?
अब बड़ा सवाल यह है कि एलएसजी ने जो 27 करोड़ रुपये ऋषभ पंत पर खर्च किए हैं, उसकी भरपाई कैसे होगी? अगर उनका फॉर्म जल्द नहीं सुधरा, तो टीम के लिए प्लेऑफ में पहुंचना मुश्किल हो सकता है।
हालांकि, अभी शुरुआती मुकाबले ही हुए हैं और पूरे सीजन में बदलाव की संभावना बनी रहती है। ऋषभ पंत के पास खुद को साबित करने का समय है, लेकिन अगर वे जल्द ही अपनी लय में नहीं लौटे, तो यह डील एलएसजी के लिए एक बड़ी भूल साबित हो सकती है।