- भारत,
- 07-Apr-2025 03:40 PM IST
Nitish Rana Story: जब भी किसी घर में एक ही छत के नीचे अलग-अलग क्रिकेट के देवता पूजे जाएं, तो मतभेद होना लाजिमी है। और जब बात सिर्फ पसंद-नापसंद तक सीमित न रहकर जज्बातों से जुड़ जाए, तब बहसें कभी-कभी जंग का रूप ले लेती हैं। कुछ ऐसा ही माहौल था भारत के उभरते क्रिकेटर नीतीश राणा के घर में—जहां क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, एक जुनून था।
आज जब नीतीश राणा IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स की ओर से मैदान में उतरते हैं, तो उनका आत्मविश्वास और परिपक्वता देखते ही बनती है। लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब गांगुली के आउट होने पर उनका दिल इतना टूटता था कि वो खुद को कमरे में बंद कर लेते थे और आंखें नम हो जाती थीं।
जब क्रिकेट ने घर में खींची रेखाएं
फैनकोड को दिए एक इंटरव्यू में नीतीश ने अपने बचपन की यादों के पन्ने खोले। उन्होंने बताया कि इंडिया के मैच वाले दिन उनके घर में ‘युद्ध’ छिड़ जाता था। कारण? क्रिकेट को लेकर उनके पापा, भाई और उनकी पसंद अलग-अलग थी।
-
पापा को पसंद थे सचिन तेंदुलकर
-
भाई को पसंद थे राहुल द्रविड़
-
और नीतीश खुद थे सौरव गांगुली के जबरदस्त फैन
तीनों का क्रिकेट को देखने का नजरिया अलग, और जब रन बनाने की बात आती, तो तकरार होना तय था। नीतीश बताते हैं कि पापा के सामने तो कुछ नहीं बोलते थे, लेकिन भाई के साथ तीखी बहस होती थी।
‘गांगुली आउट हो गए… नहीं होना था’
नीतीश की भावनाएं इतनी गहरी थीं कि जब भी सौरव गांगुली जल्दी आउट हो जाते, वो खुद को कमरे में बंद कर लेते और रो पड़ते। उनके मुताबिक, "मैं बस यही सोचता था कि आज ऐसा क्यों हुआ? सौरव सर को आउट नहीं होना चाहिए था।"
उनके लिए गांगुली सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं थे, बल्कि एक प्रेरणा थे—एक जिद, एक जुनून।
किस्सा पूरा हुआ राहुल द्रविड़ से
जिस राहुल द्रविड़ से नीतीश की बचपन में ‘नाराज़गी’ थी, उन्हीं के नेतृत्व में उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय दौरा किया। समय के साथ बदलते संबंधों और नजरिए को नीतीश ने बड़ी खूबसूरती से बयान किया—"अब जब मैं पीछे देखता हूं, तो लगता है कि बचपन की वो बहसें, वो आंसू भी किसी मकसद का हिस्सा थे।"
अब तक IPL से 34 करोड़ की कमाई
नीतीश राणा भले ही IPL 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए 4.20 करोड़ रुपये में बिके हों, जो पिछले साल की तुलना में कम है, लेकिन उनका IPL सफर अब तक शानदार रहा है।
कुल कमाई: ₹34 करोड़ से ज्यादा
एक छोटे से कमरे में रोते हुए जिस लड़के ने गांगुली के आउट होने पर खुद को अकेला कर लिया था, आज वो लाखों दिलों की धड़कन है। क्रिकेट ने उसे न सिर्फ पहचान दी, बल्कि उसकी भावनाओं को ताकत में बदला।
आखिर में...
नीतीश राणा की कहानी सिर्फ एक क्रिकेटर की नहीं है, ये उस हर बच्चे की कहानी है, जो अपने हीरो के लिए जीता है, लड़ता है और कभी-कभी रो भी पड़ता है। और यही वो मासूमियत है, जो हमें इंसान बनाए रखती है—even when we become stars.