RCB vs DC / ये खिलाड़ी बेंगलुरु की हार का सबसे बड़ा विलेन बना, टीम को संकट में डालकर चला गया

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को आईपीएल में एक और हार का सामना करना पड़ा। कोहली-साल्ट की तेज शुरुआत के बावजूद टीम ढेर हो गई। देवदत्त पडिक्कल फिर फ्लॉप रहे और 8 गेंदों में सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हुए। उनका खराब प्रदर्शन हार की बड़ी वजह बना। आरसीबी की चिंता बढ़ी।

RCB vs DC: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम ने एक बार फिर अपने फैंस को निराश कर दिया है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के ताज़ा मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खेले गए मैच में आरसीबी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। शुरुआत में मिली धमाकेदार ओपनिंग के बाद टीम की हालत ऐसी बिगड़ी कि वापसी मुश्किल हो गई। ये आरसीबी की इस सीज़न की दूसरी हार है, जो प्लेऑफ़ की उम्मीदों को झटका दे सकती है।

विराट-साल्ट की जोड़ी ने दी ज़बरदस्त शुरुआत

मैच की शुरुआत में विराट कोहली और फिल साल्ट ने ओपनिंग करते हुए जैसे तूफान ला दिया हो। दोनों बल्लेबाज़ों ने पहले चार ओवरों में 61 रन ठोक दिए। फिल साल्ट का बल्ला आग उगल रहा था—लग रहा था जैसे हर गेंद को बाउंड्री के पार भेजने की ठान रखी हो। लेकिन फिर एक पल में सारा खेल पलट गया। 61 रन के स्कोर पर विराट और साल्ट के बीच गलतफहमी हो गई और साल्ट रन आउट हो गए।

पडिक्कल का फ्लॉप शो बना हार की वजह

इसके बाद तीसरे नंबर पर उतरे देवदत्त पडिक्कल, जिनसे उम्मीद थी कि वे उस तेज़ शुरुआत को भुनाएंगे और टीम को बड़े स्कोर तक ले जाएंगे। लेकिन हुआ ठीक इसका उल्टा। पडिक्कल महज़ 8 गेंदों में 1 रन बनाकर आउट हो गए। उनका स्ट्राइक रेट 12.50 रहा—जो कि टी20 मैच में किसी भी बल्लेबाज़ के लिए बेहद निराशाजनक प्रदर्शन माना जाएगा।

विराट कोहली, जो अब तक टिके हुए थे, पडिक्कल के आउट होते ही दबाव में आ गए और उन्होंने भी जल्दबाज़ी में अपना विकेट गंवा दिया। कोहली ने 14 गेंदों पर 22 रन बनाए। इसके बाद तो टीम जैसे बिखर ही गई।

पडिक्कल का सीज़न रहा बेहद खराब

अगर पूरे सीज़न पर नज़र डालें तो देवदत्त पडिक्कल का प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है।

  • पहले मैच में केकेआर के खिलाफ 10 रन

  • दूसरे में सीएसके के खिलाफ 27 रन

  • तीसरे में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 4 रन

  • चौथे में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 37 रन

  • और अब दिल्ली के खिलाफ सिर्फ 1 रन

यह आंकड़े साफ़ तौर पर दिखाते हैं कि पडिक्कल इस सीज़न में फॉर्म से कोसों दूर हैं। गुरुवार के मैच में तो उनकी बल्लेबाज़ी न सिर्फ फीकी रही, बल्कि आरसीबी की हार की बड़ी वजह भी बन गई। अगर वे इस मैच में 40-50 रन भी बना देते, तो नतीजा शायद कुछ और होता।

क्या आरसीबी कर पाएगी वापसी?

आरसीबी के पास बड़े नाम हैं—कोहली, डुप्लेसिस, मैक्सवेल जैसे धुरंधर—but एक बार फिर वही पुरानी कहानी दोहराई जा रही है। टॉप ऑर्डर फ्लॉप होते ही मिडिल ऑर्डर घुटने टेक देता है। इस सीज़न में अब तक आरसीबी की सबसे बड़ी कमजोरी यही रही है कि वो शुरुआती बढ़त को भुना नहीं पाती।

आने वाले मैचों में टीम को बैटिंग क्रम और इम्पैक्ट प्लेयर की रणनीति पर नए सिरे से सोचने की ज़रूरत है। खासतौर पर देवदत्त पडिक्कल जैसे खिलाड़ियों को या तो फॉर्म में लाने के लिए ब्रेक देना चाहिए, या फिर बेंच पर बैठाकर किसी नए चेहरे को मौका देना चाहिए।