- भारत,
- 14-Apr-2025 09:39 AM IST
Rohit Sharma News: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 का रोमांच अपने चरम पर है, लेकिन मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच हुए हालिया मुकाबले में जो देखने को मिला, उसने एक बार फिर साबित कर दिया कि अनुभव और समझदारी मैदान पर बल्ले से नहीं, दिमाग से भी मैच जिताती है। जब मैदान पर कप्तान हार्दिक पंड्या कुछ खास नहीं कर पा रहे थे, तब डगआउट में बैठे रोहित शर्मा ने वो चाल चली जिसने पूरा गेम बदल दिया। नतीजा? दिल्ली कैपिटल्स की टीम 12 रन से मुकाबला हार गई।
चाचा चौधरी स्टाइल में चला रोहित का दिमाग
आईपीएल 2025 में रोहित शर्मा के बल्ले से रन भले ही न निकल रहे हों, लेकिन उनकी क्रिकेटिंग समझ आज भी शानदार फॉर्म में है। मैदान के बाहर से उन्होंने जिस तरह से टीम की रणनीति में दखल दिया, उसने सबको हैरान कर दिया। दिल्ली की पारी के 13वें ओवर के बाद रोहित ने कोच माहेला जयवर्धने से कहा कि गेंद बदलकर स्पिन अटैक को आज़माया जाए — और यहीं से मुकाबले ने करवट ले ली।
गेंद बदली, गेम बदला
13वें ओवर के बाद मुंबई इंडियंस ने नई गेंद के साथ एक छोर से कर्ण शर्मा और दूसरे से मिशेल सैंटनर को अटैक पर लगाया। रोहित की यह रणनीति तीर की तरह सटीक साबित हुई। अगले तीन ओवरों में सिर्फ 19 रन बने और कर्ण शर्मा ने दो बड़े विकेट चटका दिए — ट्रिस्टन स्टब्स और केएल राहुल। ये वो मोड़ था जहां से दिल्ली की पारी ढहती चली गई।
दिल्ली के डगआउट में पसरा सन्नाटा
दिल्ली कैपिटल्स की हालत पहले ही कमजोर दिख रही थी, लेकिन रोहित के इस फैसले ने उनकी कमर ही तोड़ दी। पूरी टीम दबाव में आ गई और रन रेट बेतहाशा गिर गया। नतीजा ये हुआ कि 206 रन के लक्ष्य के जवाब में पूरी दिल्ली की टीम सिर्फ 193 रन पर सिमट गई।
मुंबई इंडियंस की वापसी
इस जीत के साथ मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2025 में अपनी दूसरी जीत दर्ज की। 6 मैचों में ये उनका दूसरा ही मुकाबला था जिसे वे जीत सके, लेकिन ये जीत खास इसलिए थी क्योंकि इसमें जीत का सूत्र डगआउट से आया था, न कि मैदान से। वहीं दिल्ली के लिए ये हार सीज़न की पहली थी, जो उन्हें मानसिक तौर पर झटका देने वाली हो सकती है।
कर्ण शर्मा बने हीरो
मैच के हीरो रहे कर्ण शर्मा, जिन्होंने 3 विकेट लेकर मुंबई को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' का खिताब मिला, लेकिन इस जीत की नींव रखी गई थी रोहित शर्मा के उस एक फैसले से, जो उन्होंने कप्तानी नहीं करते हुए भी कप्तान से बेहतर सोच के साथ लिया।
कप्तानी सिर्फ पद नहीं, सोच का नाम है
इस मुकाबले ने साबित कर दिया कि कप्तानी सिर्फ मैदान पर खड़े होकर टॉस जीतने या फील्ड जमाने का नाम नहीं है, बल्कि सटीक समय पर लिए गए स्मार्ट फैसलों से भी एक टीम को जीत दिलाई जा सकती है। रोहित शर्मा ने भले ही कप्तानी छोड़ दी हो, लेकिन उनकी सोच आज भी मुंबई इंडियंस की सबसे बड़ी ताकत है।