- भारत,
- 14-Apr-2025 12:24 AM IST
MI vs DC: रविवार को अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए रोमांचक मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराकर एक यादगार जीत दर्ज की। यह मैच आखिरी ओवरों तक सांसें थामे रखने वाला रहा, लेकिन 19वें ओवर में आए तीन लगातार रनआउट्स ने दिल्ली की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
मुंबई की मजबूत बल्लेबाज़ी, तिलक वर्मा का जलवा
टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत ठोस रही। रोहित शर्मा और रेयान रिकेल्टन ने पहले विकेट के लिए 47 रन जोड़े। हालांकि, रोहित सिर्फ 18 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। इसके बाद सूर्यकुमार यादव और रेयान ने पारी को आगे बढ़ाया। सूर्या ने 40 और रेयान ने 41 रनों की अहम पारी खेली।
मुंबई की तरफ से तिलक वर्मा सबसे चमकते सितारे रहे। उन्होंने 59 रन की अर्धशतकीय पारी खेली और टीम को 200 के पार पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अंतिम ओवरों में नमन धीर (38*) और विल जैक्स (1*) ने अच्छी साझेदारी करते हुए स्कोर को 205 तक पहुंचाया।
दिल्ली की ओर से कुलदीप यादव और विप्रज निगम ने दो-दो विकेट लिए, जबकि मुकेश कुमार को एक सफलता मिली।
दिल्ली की दमदार शुरुआत, लेकिन अंत में हार
206 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली को पहले ओवर की पहली ही गेंद पर झटका लगा जब दीपक चाहर ने जेक फ्रेजर मैकगर्क को आउट किया। इसके बाद करुण नायर और अभिषेक पोरेल ने पारी को संभालते हुए दूसरे विकेट के लिए 119 रनों की साझेदारी की।
करुण नायर ने इस दौरान 40 गेंदों पर शानदार 89 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 5 छक्के शामिल थे। लेकिन उनके आउट होते ही दिल्ली की पारी डगमगा गई।
19वें ओवर ने बदली बाज़ी
जब दिल्ली को जीत के लिए अंतिम दो ओवरों में 13 रन चाहिए थे और 4 विकेट बाकी थे, तभी 19वें ओवर में खेल ने करवट ली। इस ओवर में आशुतोष शर्मा, कुलदीप यादव और मोहित शर्मा रनआउट हो गए। लगातार तीन गेंदों पर हुए रनआउट ने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया और दिल्ली 193 रन पर सिमट गई।
गेंदबाज़ों का योगदान
मुंबई के लिए कर्ण शर्मा ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए तीन विकेट लिए। मिचेल सेंटनर को दो, जबकि जसप्रीत बुमराह और दीपक चाहर को एक-एक विकेट मिला। फील्डिंग में भी मुंबई ने कमाल किया, खासकर रनआउट्स के जरिए।
मैच का नतीजा
इस जीत के साथ मुंबई इंडियंस ने टूर्नामेंट में अपनी वापसी की है, वहीं दिल्ली कैपिटल्स को इस सीजन में पहली हार का सामना करना पड़ा। करुण नायर की तूफानी पारी और तिलक वर्मा की क्लासिक बैटिंग के अलावा, यह मैच अंतिम ओवर के नाटकीय घटनाक्रम के लिए याद रखा जाएगा।