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- 21-Apr-2025 05:00 PM IST
BCCI Central Contract: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने साल 2024-25 के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान कर दिया है। इस बार कुल 34 खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिली है। इनमें से 5 खिलाड़ियों को पहली बार यह सम्मान मिला है, जबकि 5 ऐसे नाम भी हैं जिन्हें पिछली लिस्ट में तो शामिल किया गया था, लेकिन इस बार बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट हर साल खिलाड़ियों के प्रदर्शन, योगदान और भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखकर तय किया जाता है। जो खिलाड़ी इस साल बाहर हुए हैं, उनके प्रदर्शन और टीम में स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
आइए जानते हैं वो 5 खिलाड़ी जिन्हें इस बार BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया है:
1. रविचंद्रन अश्विन
भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल स्पिनरों में से एक, आर अश्विन ने दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अब वह किसी भी फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए नहीं खेल रहे हैं। ऐसे में उनका कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होना तय था।
2. शार्दुल ठाकुर
ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने दिसंबर 2023 में भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला खेला था। चोटिल होने के कारण वह टीम से बाहर चल रहे हैं और अभी तक वापसी नहीं कर पाए हैं। वर्तमान में वह आईपीएल 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स की ओर से खेल रहे हैं। टीम से लंबे समय तक बाहर रहने के चलते उन्हें इस बार कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किया गया।
3. आवेश खान
तेज गेंदबाज आवेश खान ने नवंबर 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। हालांकि आईपीएल में उनका प्रदर्शन बेहतर रहा है, लेकिन BCCI ने उन्हें 2024-25 के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किया। 2022 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले आवेश अब तक 8 वनडे और 25 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं।
4. जितेश शर्मा
विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा ने 2024 में भारत के लिए डेब्यू किया था और 9 टी20 मैचों में मौका मिला था। हालांकि वे इन मौकों का फायदा नहीं उठा सके और अपेक्षित प्रदर्शन से दूर रहे। टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में चयन नहीं होने के बाद यह संकेत पहले ही मिल चुके थे कि वह कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर हो सकते हैं — और वही हुआ।
5. केएस भरत
लंबे समय तक टीम इंडिया के बैकअप विकेटकीपर रहे केएस भरत को एक संभावनाशील खिलाड़ी माना जाता था, लेकिन सीमित मौकों में वे खुद को साबित नहीं कर सके। तकनीकी रूप से मजबूत होने के बावजूद, उनका बल्ला खामोश रहा और यही वजह रही कि BCCI ने उन्हें इस बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया।