- भारत,
- 11-Apr-2025 10:31 PM IST
CSK vs KKR: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के फैंस को उस वक्त गहरा झटका लगा जब कप्तान एमएस धोनी के अनुभव और रणनीति के बावजूद टीम को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के हाथों 8 विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी। चेन्नई के ऐतिहासिक चेपॉक स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए इस मुकाबले में सीएसके की टीम पूरी तरह से संघर्ष करती नजर आई।
चेन्नई की पारी: उम्मीद से काफी कम
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही। मात्र 16 रन पर दोनों सलामी बल्लेबाज आउट हो गए और इसके बाद कोई भी ठोस साझेदारी नहीं बन सकी। अनुभवी बल्लेबाज भी नाकाम रहे और पूरी टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर केवल 103 रन ही बना सकी।
सबसे ज्यादा रन शिवम दुबे ने बनाए, जिन्होंने 29 गेंदों में 31 रन की पारी खेली। इसके अलावा विजय शंकर ने 29, राहुल त्रिपाठी ने 16 और डेवोन कॉनवे ने 12 रन का योगदान दिया। सीएसके के पांच बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके और दो खिलाड़ी बिना खाता खोले पवेलियन लौटे।
नरेन का तूफान: गेंद और बल्ले दोनों से छाए
कोलकाता की जीत के हीरो रहे सुनील नरेन, जिन्होंने पहले गेंदबाजी में कहर बरपाया। उन्होंने मात्र 13 रन देकर 3 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और चेन्नई की कमर तोड़ दी। फिर बल्लेबाजी में आते ही महज 18 गेंदों में 44 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर मैच का रुख पूरी तरह कोलकाता के पक्ष में मोड़ दिया।
उनका साथ दिया वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा ने, जिन्होंने 2-2 विकेट झटके। वैभव अरोड़ा और मोईन अली ने 1-1 विकेट लिया, लेकिन चेन्नई के गेंदबाजों को KKR के बल्लेबाजों के आगे कोई खास सफलता नहीं मिल सकी।
केकेआर की जवाबी पारी: लक्ष्य का पीछा बना खेल
104 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोलकाता ने केवल 10.1 ओवर में ही मुकाबला अपने नाम कर लिया। नरेन और फिल सॉल्ट ने तेज शुरुआत दी, जिससे चेन्नई के गेंदबाजों पर दबाव बढ़ता गया। नरेन की 44 रनों की पारी ने लक्ष्य को आसान बना दिया, और केकेआर ने 8 विकेट रहते हुए मैच को एकतरफा बना दिया।
चेपॉक में निराशा, इतिहास के पन्नों में दर्ज हुई हार
चेपॉक में खेला गया यह मुकाबला चेन्नई के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। यह इस मैदान पर आईपीएल का दूसरा सबसे कम स्कोर है, जो सीएसके के नाम दर्ज हुआ। इससे पहले 2019 में RCB की टीम 70 रन पर ऑलआउट हुई थी।
कप्तानी के बावजूद नहीं मिला नतीजा
एमएस धोनी की कप्तानी पर अक्सर भरोसा किया जाता है, लेकिन इस मुकाबले में रणनीति, अनुभव और होम ग्राउंड का फायदा भी टीम को हार से नहीं बचा सका। कोलकाता की आक्रामक गेंदबाजी और तेज बल्लेबाजी के सामने चेन्नई की पूरी टीम बिखर गई।
अब देखने वाली बात यह होगी कि सीएसके अपनी कमजोरियों से सबक लेकर अगला मुकाबला किस तरह खेलती है। फिलहाल, इस हार ने उनके प्लेऑफ के रास्ते को थोड़ा और मुश्किल कर दिया है।