- भारत,
- 15-Apr-2025 10:43 PM IST
- (, अपडेटेड 16-Apr-2025 10:55 AM IST)
PBKS vs KKR: आईपीएल 2025 का एक और ऐतिहासिक दिन मंगलवार को तब दर्ज हुआ जब पंजाब किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को सिर्फ 112 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं करने दिया। मुल्लांपुर के महाराजा यादवेंद्र सिंह स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में पंजाब ने सिर्फ 111 रन बनाकर भी जीत दर्ज की और आईपीएल इतिहास में सबसे छोटे स्कोर को डिफेंड करने वाली टीम बन गई। इससे पहले 2009 में चेन्नई सुपर किंग्स ने 116 रन का बचाव किया था, जो अब तक का सबसे छोटा सफल डिफेंस था।
गेंदबाजों ने किया कमाल, पंजाब को दिलाई ऐतिहासिक जीत
मैच की असली कहानी पंजाब के गेंदबाजों ने लिखी।
युजवेंद्र चहल ने अपने अनुभव का शानदार प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट चटकाए और मैच का रुख पलट दिया। वहीं मार्को यानसन ने 3 विकेट लेकर केकेआर की रीढ़ तोड़ दी। बाकी गेंदबाजों ने भी दबाव बनाए रखा, जिसका असर यह हुआ कि केकेआर की पूरी टीम सिर्फ 95 रन पर सिमट गई।
पंजाब की पारी - तेज शुरुआत, फिर बिखराव
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब की शुरुआत तेज रही।
प्रभसिमरन सिंह (30 रन) और प्रियांश आर्या (22 रन) ने पावरप्ले में आक्रामक खेल दिखाया और टीम को तगड़ी शुरुआत दी। लेकिन जैसे ही हर्षित राणा ने प्रियांश को आउट किया, पंजाब की पारी लड़खड़ा गई।
इसके बाद श्रेयस अय्यर जैसे बड़े नाम बिना खाता खोले लौटे, और मिडिल ऑर्डर पूरी तरह विफल रहा।
शशांक सिंह के 18 रन की मदद से पंजाब 100 के पार पहुंचा, लेकिन पूरी टीम सिर्फ 15.3 ओवर में 111 रन पर सिमट गई।
केकेआर की पारी - लक्ष्य छोटा, लेकिन चूक गई टीम
112 रन का आसान दिखने वाला लक्ष्य केकेआर के लिए भारी पड़ गया।
पंजाब के गेंदबाजों ने शुरू से ही सटीक लाइन और लेंथ रखी, जिससे केकेआर कभी भी लय में नहीं आ सकी। टॉप ऑर्डर जल्द ढह गया और फिर मिडिल ऑर्डर दबाव नहीं झेल पाया।
95 रन पर ऑलआउट होकर केकेआर को हार का सामना करना पड़ा।
केकेआर की ओर से भी गेंदबाजी शानदार रही
हालांकि केकेआर के गेंदबाजों ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की।
हर्षित राणा ने 3 विकेट, वरुण चक्रवर्ती और सुनील नरेन ने 2-2 विकेट चटकाए।
लेकिन बल्लेबाजों की नाकामी ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया।
यह जीत क्यों खास है?
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सबसे कम स्कोर का डिफेंस: 111 रन आईपीएल इतिहास का सबसे छोटा सफल डिफेंस है।
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गेंदबाजी की जीत: यह मैच बल्लेबाजों का नहीं, गेंदबाजों का था।
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टीम का जज़्बा: कम स्कोर के बावजूद हार नहीं मानी और जीत की उम्मीद जिंदा रखी।
पंजाब किंग्स की यह जीत ना सिर्फ रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो गई, बल्कि ये टीम के आत्मविश्वास और जुझारूपन की मिसाल भी बन गई। इस मुकाबले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है – खासकर जब आपके पास मैच जिताने वाले गेंदबाज हों!