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- 25-Apr-2025 06:00 AM IST
Share Market News: देश के प्रमुख निजी क्षेत्र के बैंक, एक्सिस बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की जनवरी-मार्च तिमाही में 7,117.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही (FY24 Q4) में दर्ज 7,129.67 करोड़ रुपये से मामूली कम है। यह गिरावट हालांकि नाम मात्र की रही, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बैंक की आय और प्रबंधन क्षमता में स्थिरता बनी हुई है।
आय में बढ़ोतरी और NPA में सुधार
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 38,022 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 35,990 करोड़ रुपये थी। यह बढ़ोतरी बैंक की मजबूत रिटेल और कॉर्पोरेट ऋण वितरण नीतियों तथा बढ़ते ग्राहक आधार का परिणाम मानी जा सकती है।
एक्सिस बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखा गया। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) अनुपात घटकर 1.28% रह गया, जो एक वर्ष पहले 1.43% था। हालांकि शुद्ध एनपीए थोड़ा बढ़कर 0.33% हो गया, जो पहले 0.31% था। इससे बैंक की ऋण वसूली प्रणाली की निरंतरता और सुदृढ़ता का संकेत मिलता है।
पूरे वर्ष का प्रदर्शन शानदार
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, एक्सिस बैंक का शुद्ध लाभ 26,373 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2023-24 के 24,861 करोड़ रुपये की तुलना में बेहतर है। वहीं कुल आमदनी भी उछलकर 1,47,934 करोड़ रुपये पहुंच गई, जो पिछले वर्ष 1,31,810 करोड़ रुपये थी। ये आंकड़े बैंक की संपूर्ण वित्तीय रणनीति की सफलता को दर्शाते हैं।
FY26 को लेकर आशावाद
बैंक के एमडी एवं सीईओ अमिताभ चौधरी ने बताया कि बैंक आने वाले वित्त वर्ष 2025-26 में बेहतर परिचालन माहौल की उम्मीद कर रहा है। उनका कहना है कि, "हमारी टीम न केवल विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है, बल्कि लाभप्रदता बढ़ाने के नए अवसर भी तलाश रही है।" बैंक के निदेशक मंडल ने FY25 के लिए प्रति शेयर 1 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है, जिसे आगामी वार्षिक आम बैठक (AGM) में मंजूरी मिलना बाकी है।
ICICI बैंक का प्रदर्शन भी सराहनीय
इसी बीच, देश के एक अन्य प्रमुख निजी बैंक ICICI बैंक ने भी मार्च तिमाही में दमदार प्रदर्शन किया। बैंक की शुद्ध ब्याज आय 11% की वृद्धि के साथ 21,193 करोड़ रुपये हो गई, जबकि प्रोविजन भी बढ़कर 891 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, बैंक का सकल एनपीए अनुपात दिसंबर 2024 के 1.96% से घटकर मार्च 2025 में 1.67% हो गया, जो ऋण गुणवत्ता में सुधार को दर्शाता है।