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- 27-Apr-2025 06:00 PM IST
Share Market News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के दोषियों को सख्त सजा देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक संबंधों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है और सिंधु नदी का पानी रोकने पर भी विचार किया जा रहा है। इस बढ़ते तनाव का असर अब दोनों देशों के आर्थिक और वित्तीय बाजारों पर भी साफ दिखाई देने लगा है।
पाकिस्तान के बाजार में गिरावट, भारत पर भी असर
पहले पाकिस्तान के शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई, और अब इसके प्रभाव भारतीय शेयर बाजारों पर भी मंडराने लगे हैं। पिछले सप्ताह सेंसेक्स और निफ्टी ने लगातार मजबूती दिखाई थी, लेकिन शुक्रवार को अचानक गिरावट देखी गई। निफ्टी 207.35 अंक लुढ़ककर बंद हुआ, वहीं सेंसेक्स में 588.90 अंकों की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में यह दबाव और बढ़ सकता है।
बाजार में गिरावट के पीछे मुख्य कारण
1. भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
पहलगाम हमले के बाद भारत के सख्त रुख और संभावित सैन्य कार्रवाई की अटकलों ने निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ा दी है। 2019 की तरह सर्जिकल स्ट्राइक की मांग भी उठ रही है, जिससे बाजारों में डर का माहौल बना हुआ है।
2. चौथी तिमाही के नतीजे
इस सप्ताह 180 से अधिक कंपनियां अपने चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा करेंगी। TVS मोटर, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, भारत पेट्रोलियम, कोटक महिंद्रा बैंक, अदानी समूह की कंपनियां और अन्य प्रमुख कंपनियों के नतीजे बाजार की चाल को तय करेंगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने नतीजे शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद घोषित किए, जिसका असर सोमवार को देखने को मिल सकता है।
3. अमेरिकी बाजार का असर
अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को हल्की तेजी रही। डॉव जोंस 20.10 अंक ऊपर 40,113.50 पर बंद हुआ, वहीं नैस्डैक में 216.90 अंकों की जोरदार बढ़त रही। हालांकि, वैश्विक बाजारों की सकारात्मक चाल भारतीय बाजारों को कुछ सहारा दे सकती है, लेकिन भारत-पाक तनाव का दबाव प्रमुख रहेगा।
4. FII और DII का रोल
पिछले शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय बाजारों से 2,952.33 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 3,539.85 करोड़ रुपये की खरीदारी की। यदि FII बिकवाली जारी रखते हैं, तो बाजार में और गिरावट आ सकती है।