KL Rahul News / RCB फैंस हुए राहुल के लिए बागी, हार भी गए, घमंड भी टूटा, देखें VIDEO

10 अप्रैल को बेंगलुरु में एक खास नज़ारा देखने को मिला। दिल्ली के केएल राहुल की जबरदस्त पारी ने RCB फैंस को भी उनका मुरीद बना दिया। 93 रन की नाबाद पारी ने न सिर्फ मैच पलटा, बल्कि RCB समर्थकों का दिल भी जीत लिया।

KL Rahul News: क्रिकेट के मैदान पर ऐसे कई किस्से सुने होंगे, जहां कोई एक खिलाड़ी अपने दम पर पूरी टीम को जीत दिला देता है। लेकिन जब वही खिलाड़ी विरोधी टीम का हो और फिर भी स्टेडियम में बैठे फैंस उसकी तारीफ में नारे लगाने लगें — तो समझ जाइए, कुछ खास हुआ है। कुछ ऐसा ही पल 10 अप्रैल की शाम बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में देखने को मिला, जहां केएल राहुल ने दिल्ली कैपिटल्स के लिए ऐसी विस्फोटक बल्लेबाज़ी की कि RCB के वफादार फैंस भी खुद को "राहुल-राहुल" के नारे लगाने से नहीं रोक पाए।

जब बेंगलुरु का दिल टूटा… राहुल के लिए

RCB के गढ़ कहे जाने वाले बेंगलुरु में, ऐसा नज़ारा विरले ही दिखता है। विराट कोहली, जो बेंगलुरु का पर्याय बन चुके हैं, उनके सामने किसी और खिलाड़ी के लिए नारे लगना किसी अजूबे से कम नहीं। लेकिन इस दिन हालात कुछ और ही थे। लोकल ब्वॉय केएल राहुल ने अपनी टीम को संकट से उबारते हुए जिस अंदाज़ में पारी को संवारा, वो आंखों देखा ही नहीं बल्कि दिल को छू लेने वाला था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे बेंगलुरु के फैंस, जो आमतौर पर लाल और सुनहरे रंग की जर्सियों में अपनी टीम के लिए चिल्लाते हैं, वो इस बार नीली जर्सी में खेल रही दिल्ली के बल्लेबाज़ राहुल के लिए तालियां और नारे लेकर खड़े हो गए।

संकट से नायक बनने की कहानी

RCB ने दिल्ली कैपिटल्स को शुरुआत में 58 रन पर 4 विकेट पर ला दिया था। लग रहा था कि मैच जल्दी खत्म हो जाएगा। लेकिन केएल राहुल ने कुछ और ही ठान रखी थी। उन्होंने न सिर्फ विकेट पर टिके रहकर हालात को काबू में लिया, बल्कि अपनी पारी को चरणबद्ध तरीके से रफ्तार भी दी।

राहुल की 93 रन की नाबाद पारी ने कई मायनों में सबको चौंकाया:

  • उन्होंने 53 गेंदों पर 6 छक्के और 7 चौकों के साथ रन बनाए।

  • स्ट्राइक रेट की बात करें तो पहले 30 गेंदों तक संयम से खेला और फिर अंतिम 23 गेंदों पर 252 की रफ्तार से रन ठोक दिए।

  • उनकी इस समझदारी भरी और विस्फोटक बल्लेबाज़ी ने RCB के गेंदबाज़ों की रणनीति को तहस-नहस कर दिया।

जीत से ज्यादा कुछ था राहुल की इस पारी में

दिल्ली कैपिटल्स की यह लगातार चौथी जीत थी, जबकि RCB को अपने ही मैदान पर दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा। मगर इस मैच की सबसे बड़ी हेडलाइन यह नहीं थी। असली कहानी वो भावनात्मक जुड़ाव थी, जब RCB के फैंस ने अपने ही खिलाफ खेलने वाले राहुल को सिर आंखों पर बैठा लिया।

राहुल: सिर्फ खिलाड़ी नहीं, एक फिनोमेनन

बेंगलुरु का बेटा जब मैदान पर चमका तो शहर के लोगों ने यह नहीं देखा कि वो दिल्ली की टीम में है। उन्होंने देखा एक ऐसा सितारा जो संघर्ष के समय भी शांति से खेल सकता है, और फिर अचानक तूफान भी बन सकता है। यही तो है असली क्रिकेट की खूबसूरती।