Live Hindustan : Jan 20, 2020, 07:26 AM
नई दिल्ली | दिल्ली विधानसभा चुनाव की मुनादी होते ही सभी राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार में जुट चुकी है। दिल्ली के चुनाव में आम आदमी पार्टी को हराने के लिए बीजेपी पूरी तैयारी कर रही है। दिल्ली भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर व्यापक प्रचार अभियान चलाएगी। इसके तहत भाजपा दिल्ली में छोटी-बड़ी पांच हजार जनसभाएं करेगी। इन जनसभाओं को केंद्रीय मंत्रियों से लेकर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और भोजपुरी फिल्मों के स्टार संबोधित करेंगे।नामांकन खत्म होने बाद दिल्ली में भाजपा की पूरी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की टीम प्रचार में जुट जाएगी। दिल्ली के 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से प्रत्येक में भाजपा हर दिन तीन से चार रैलियां करेगी। प्रदेश सूत्रों से पता चला है कि प्रदेश भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 10 रैलियों की मांग की है, लेकिन अभी सिर्फ तीन रैलियों को लेकर हरी झंडी मिली है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने हर छोटी रैली में 200 लोगों को एकत्र करने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों की मानें तो कई वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों सहित भाजपा के टॉप 100 नेताओं के चुनाव प्रचार का हिस्सा बनने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों से लेकर राज्यों के मंत्रियों तक को दिल्ली के चुनाव में प्रचार के लिए उतारने का फैसला किया है। प्रदेश भाजपा के नेताओं के मुताबिक 100 नेताओं का एक उचित रोस्टर होगा, जिन्हें तीन से चार ऐसी छोटी रैलियों या सार्वजनिक बैठकों में शामिल होना होगा।हालांकि, बीजेपी की पहली प्राथमिकता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ज्यादा से ज्यादा जनसभाएं कराने पर होगी। भाजपा की दिल्ली इकाई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 10 रैलियां करने का अनुरोध किया है। हालांकि, अब तक लगभग तीन के लिए अनुमति मिली है। इन्हें लेकर पार्टी स्तर पर तैयारियां चल रही हैं।बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रचा था, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने सिर्फ तीन सीटें हासिल की थीं, तो कांग्रेस के खाते में कोई सीट नहीं आई थी। सात फरवरी को एक ही चरण में सभी 70 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई थी। वोटिंग के तीन दिन बाद यानी 10 फरवरी को नतीजे आए थे। 8 फरवरी को वोटिंग, 11 फरवरी को आएंगे नतीजेदिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और नतीजे 11 फरवरी को आएंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है जबकि नामांकन पत्र की जांच 22 जनवरी को होगी। इसके अलावा नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 24 जनवरी है। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटें हैं जिसमें से 58 सामान्य श्रेणी की है जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।