- भारत,
- 27-Apr-2025 01:01 PM IST
Pahalgam Terrorist Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने लोकप्रिय कार्यक्रम 'मन की बात' में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए देशवासियों के दुख और आक्रोश को शब्द दिए। 22 अप्रैल को हुए इस बर्बर हमले में 26 निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई, जिनमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। पुलवामा हमले के बाद इसे सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, "जब आज मैं आपसे मन की बात कर रहा हूं, तो दिल में गहरी पीड़ा है। पहलगाम की यह घटना आतंक के आकाओं की हताशा और कायरता को उजागर करती है। कश्मीर की तेज रफ्तार तरक्की कुछ दुश्मनों को हजम नहीं हो रही।"
पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना
प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि पूरा भारत उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा, "भले ही पीड़ित किसी भी राज्य के हों, कोई भी भाषा बोलते हों, लेकिन उनके दुख को हर भारतीय दिल से महसूस कर रहा है।" उन्होंने बताया कि हमले के बाद दुनिया भर से संवेदनाएं आ रही हैं और वैश्विक समुदाय भारत के साथ एकजुटता व्यक्त कर रहा है।
"कश्मीर की तरक्की से घबराए दुश्मन"
प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में जो सकारात्मक परिवर्तन आए हैं — स्कूलों और कॉलेजों में रौनक, निर्माण कार्यों में तेजी, लोकतंत्र की जड़ों का मजबूत होना, और पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या — वही आतंकियों और उनके आकाओं की चिंता का कारण बने। "वे नहीं चाहते कि कश्मीर खुशहाल हो, इसलिए इस तरह की साजिशों को अंजाम दे रहे हैं," प्रधानमंत्री ने कहा।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता
पीएम मोदी ने भारत की 140 करोड़ जनता की एकता को देश की सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहा, "आज देश एक आवाज में बोल रहा है। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में पूरे विश्व ने भारत का समर्थन किया है। ग्लोबल लीडर्स ने भी इस जघन्य हमले की कड़ी निंदा की है।"
उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस हमले के दोषियों और साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ितों को न्याय अवश्य मिलेगा।
पहलगाम हमला: देश के लिए एक चेतावनी
22 अप्रैल की घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद अभी भी एक गंभीर चुनौती है। लेकिन भारत का संकल्प मजबूत है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हमें इस चुनौती का सामना अपने संकल्प और एकजुटता से करना है।"
आज, जब कश्मीर एक नई सुबह की ओर बढ़ रहा है, देश का हर नागरिक इस लड़ाई में सरकार और सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है। पहलगाम में बहा निर्दोषों का खून बेकार नहीं जाएगा; पूरा भारत उनकी शहादत का बदला लेकर रहेगा।