देश / बच्चे ने पीएम मोदी से मांगी मदद, कहा- 'जब पिता की हत्या हुई थी तब मैं 3 माह का था'

असम के एक बच्चे ने वीडियो पोस्ट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सर्मा से मदद की गुहार लगाई है। वीडियो में बच्चा बोल रहा है, "मेरा नाम रिज़वान शाहिद लस्कर है...सर जब मैं 3 महीने का था...तब मेरे पिता को 26 दिसंबर 2016 को 11 बदमाशों ने बेरहमी से मार दिया था।"

Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2021, 03:47 PM
नई दिल्ली: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है। इस अवसर पर सभी उन्हें बधाई संदेश दे रहे हैं लेकिन असम के एक चार साल के मासूम ने अस मौके पर पीएम मोदी से न्याय की गुहार की है। असम के कछार जिले से एक चार साल के मासूम बच्चे की एक वीडियो ट्विटर पर वायरल हो गई है जिसमें बच्चा अपने पिता की हत्या के लिए इंसाफ मांगता नजर आ रहा है। वीडियो में बच्चे के हाथ में एक प्लेकार्ड पकड़े है जिस पर लिखा है, "मुझे न्याय चाहिए।" अपने इस वीडियो में यह मासूम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री हेमेंत बिस्वा से न्याय की गुहार लगाई है।

45 सेकेंड के वीडियो में रिजवान शाहिद लश्कर कहते हैं, “मेरा नाम रिजवान शाहिद लस्कर है। प्रिय महोदय, जब मैं ३ महीने का था, तब 26 दिसंबर 2016 (केस संख्या 121/2017) को 11 बदमाशों ने मेरे पिता की बेरहमी से हत्या कर दी थी। अब, मैं प्रधान मंत्री, गृह मंत्री और माननीय मुख्यमंत्री से इस मामले को देखने और हमें न्याय देने का अनुरोध करता हूं। बहुत - बहुत धन्यवाद।"

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिजवान के पिता एक ठेकेदार थे और उनकी कथित तौर पर रेत माफिया के सदस्यों ने उनके कार्यालय के पास हत्या कर दी थी। रिजवान की मां जन्नतुल फिरदौसी लस्कर ने कछार जिला पुलिस में 11 लोगों पर उनके पति की हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। कछार पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीएल) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

जन्नतुल फिरदौसी लस्कर ने इंडिया टुडे को बताया, “उन्होंने मेरे पति को मारने के लिए लोहे की छड़ और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया था। पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया अभी जाना बाकी है, आरोपी लोग अभी भी हमारे घर के पास घूम रहे हैं। हम पूरी तरह असुरक्षित हैं। हमें न्याय चाहिए।" 

इंडिया टुडे के अनुसार, रिजवान के चाचा मोहिदुल हक लस्कर ने कहा कि उन्होंने अपने भतीजे को एक ट्विटर अकाउंट खोलने और वीडियो अपलोड करने में मदद की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन वे अग्रिम जमानत पाने में सफल रहे।