दुनिया / ब्रिटिश PM ने चलाई मेड इन इंडिया साइकिल, मोटापे के खिलाफ योजना शुरू

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 'मेड इन इंडिया' यानी भारतीय कंपनी की साइकिल चलाते देखे गए। जॉनसन ने कोविड-19 से लड़ने के लिए एंटी-ओबेसिटी यानी मोटापे के खिलाफ साइक्लिंग और चलने की योजना शुरू की है। यह योजना 2 बिलियन पाउंड्स यानी 19,397 करोड़ की है। जिसमें लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साइकिल स्टेशन और रूट्स बनाए जाएंगे।

AajTak : Jul 30, 2020, 04:24 PM
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 'मेड इन इंडिया' यानी भारतीय कंपनी की साइकिल चलाते देखे गए। जॉनसन ने कोविड-19 से लड़ने के लिए एंटी-ओबेसिटी यानी मोटापे के खिलाफ साइक्लिंग और चलने की योजना शुरू की है। यह योजना 2 बिलियन पाउंड्स यानी 19,397 करोड़ की है। जिसमें लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। साइकिल स्टेशन और रूट्स बनाए जाएंगे। 

कोविड-19 और मोटापे के खिलाफ ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने जिस साइकिल को चलाकर इस योजना की शुरुआत की वो साइकिल भारतीय कंपनी हीरो बनाती है। जॉनसन हीरो वाइकिंग प्रो बाइक चलाते दिखाई दिए।

बोरिस जॉनसन ने मध्य इंग्लैंड के नॉटिंघम में स्थित कनालसाइड हेरिटेस सेंटर के आसपास साइकिल चलाई। बोरिस ने बताया कि इस योजना के तहत हजारों किलोमीटर की साइकिल लेन बनाई गई हैं। जिसपर लोग साइक्लिंग करके या चलकर अपना मोटापा कम कर सकते हैं। इससे कोविड-19 और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी। 

बोरिस ने कहा मुझे कि भरोसा है कि लोग साइक्लिंग की तरफ आएंगे। क्योंकि ये दो पहिए आपकी सेहत को एकदम दुरुस्त कर सकते हैं। हम इसके लिए लोगों को ट्रेनिंग और साइकिल भी दिलाएंगे। 

वाइकिंग प्रो बाइक को इनसिंक ब्रांड की कंपनी बनाती है। जो भारतीय हीरो कंपनी की सब्सडियरी है। इनसिंक ब्रांड का मुख्यालय मैनचेस्टर में है। हीरो ने इनसिंक कंपनी खरीदने के बाद वाइकिंग, रिडिक और रीडेल नाम के साइकिल ब्रांड्स निकाले। ये सारे इनसिंक ब्रांड से बिकते हैं। 

इनसिंक कंपनी के पास 75 वैराइटी की साइकिल हैं। इनकी डिजाइनिंग होरी साइक्लिस ग्लोबल डिजाइन सेंटर, मैनचेस्ट में हुई है। 

बोरिस ने कहा कि वो लोगों को बेहतरीन और सुरक्षित साइकिल लेन देंगे। ई-बाइक्स के लिए फंड भी देंगे। साथ ही साइकिल रिपेयर स्कीम भी चलाएंगे। इसके तहत पहली बार साइक्लिंग करने वालों को 50 पाउंड का साइकिल रिपेयर वाउचर मुफ्त मिलेगा। इससे लोगों को साइक्लिंग करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।