Morena / शताब्दी के इंजन के नीचे आया ऊंट, चंबल के बीहड़ों में ट्रेन रुकने से अटकी रही यात्रियों की जान

मुरैना जिले में शनिवार को शताब्दी एक्सप्रेस के इंजन में ऊंट फंसने से बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। हालांकि ट्रेन का इंजन फेल होने से डेढ़ घंटे बाद दूसरा इंजन लगाकर इसे आगे के लिए रवाना किया गया। जानकारी के अनुसार घटना हेतमपुर रेलवे स्टेशन के पास की। जंगल में अचानक ट्रेन रुकने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। यात्रियों को जब ट्रेन के इंजन में ऊंट फंसने का पता चला तब उनकी जान में जान आई।

Vikrant Shekhawat : May 08, 2022, 09:45 AM
मुरैना जिले में शनिवार को शताब्दी एक्सप्रेस के इंजन में ऊंट फंसने से बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। हालांकि ट्रेन का इंजन फेल होने से डेढ़ घंटे बाद दूसरा इंजन लगाकर इसे आगे के लिए रवाना किया गया। 


जानकारी के अनुसार घटना हेतमपुर रेलवे स्टेशन के पास की। जंगल में अचानक ट्रेन रुकने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। यात्रियों को जब ट्रेन के इंजन में ऊंट फंसने का पता चला तब उनकी जान में जान आई। 


दरअसल शताब्दी एक्सप्रेस रोजाना की तरह शनिवार की सुबह दिल्ली से रवाना होकर ग्वालियर की ओर आ रही थी। सुबह करीब 8:50 बजे ट्रेन धौलपुर रेलवे स्टेशन को क्रॉस कर मुरैना की ओर बढ़ रही थी। चम्बल पुल क्रॉस करते ही हेतमपुर से पहले रेलवे ट्रेक पर अचानक एक ऊँट आ गया। ट्रैन की चपेट में आने से ऊँट के परखच्चे उड़ गए, लेकिन उसकी हड्डी ट्रैन के इंजन में फंस गई, जिससे ट्रेन मौके पर ही रुक गई। ट्रेन का इंजन फैल होने की खबर लगते ही मुरैना रेलवे स्टेशन स्व आरपीएफ व अन्य तकनीकी स्टॉफ मौके पर पहुंच गया। तकनीकी स्टॉफ ने इंजन को सुधारने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह चालू नहीं हुआ। इस दौरान करीब दो घंटे तक ट्रेन मौके पर खड़ी रही। अधिकारियों ने दूसरा इंजन मंगवाकर सुबह 10:45 बजे ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया। 


अचानक चम्बल के बीहड़ में ट्रेन रुकते ही यात्री दहशत में आ गए। हर कोई ट्रेन रुकने की वजह जानने के लिए उत्सुक था। थोड़ी देर बाद जब आरपीएफ का स्टॉफ मौके पर पहुंचा और ट्रेन का इंजन फैल होने की बात पता चली तब यात्रियों की जान में जान आई। तेज धूप में करीब दो घंटे तक रेलवे ट्रेक पर ट्रेन खड़ी रहने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई। 


वहीं, इस मामले में आरपीएफ स्टॉफ का कहना है कि राजस्थान से चरवाहे ऊँट लेकर मध्य प्रदेश में चराने आते है, उनमें से दो ऊँट रेलवे ट्रेक पर रह गए थे। इनमें से एक ऊंट शनिवार सुबह शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आ गया,जिससे बड़ा हादसा  होने से टल गया।