देश / केंद्र ने प्रीकॉशनरी डोज़ व 15-18 साल के बच्चों के टीकाकरण के लिए जारी किए दिशानिर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को 15-18 साल के बच्चों के लिए कोविड-19 टीकाकरण और फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थकेयर वर्कर्स व 60+ उम्र के को-मॉर्बिडिटी वाले नागरिकों के प्रीकॉशनरी डोज़ के लिए दिशानिर्देश जारी किए। इसमें बताया गया कि अपॉइंटमेंट CoWIN प्लैटफॉर्म के माध्यम से या ऑन-साइट होगी। 15-17 साल की आयु के बच्चों के लिए केवल कोवैक्सीन ही उपलब्ध होगी।

Vikrant Shekhawat : Dec 27, 2021, 08:06 PM
नई दिल्ली. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को 15 से 18 वर्ष के बीच के बच्चों के लिए कोविड-19 टीकाकरण, स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और अन्य बीमारियों से ग्रसित 60 साल से अधिक की आबादी के लिए एहतियाती खुराक से संबंधित दिशानिर्देश जारी किए.

दिशानिर्देशों के मुताबिक, स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मी जिन्होंने दो खुराकें प्राप्त की हैं, उन्हें 10 जनवरी से कोविड-19 वैक्सीन की एक और खुराक प्रदान की जाएगी. इस एहतियाती खुराक की प्राथमिकता दूसरी खुराक दिए जाने की तारीख से 9 महीने के पूरा होने पर आधारित होगा.

स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस:

1. 15-18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का 3 जनवरी 2022 से COVID-19 टीकाकरण शुरू किया जाएगा. ऐसे लाभार्थियों के लिए, टीकाकरण विकल्प केवल “Covaxin” होगा.

2. अत्यधिक एहतियात के तौर पर, उन स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों (एचसीडब्ल्यूएस) और फ्रंट लाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) को, जिन्हें दो खुराकें मिली हैं, 10 जनवरी 2022 से कोविड-19 वैक्सीन की एक और खुराक प्रदान की जाएगी. यह एहतियाती खुराक दूसरी खुराक देने की तारीख से 9 महीने यानी 39 सप्ताह पूरे होने पर आधारित होगी.

3. 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी व्यक्ति जो अमन्य बीमारी से ग्रसित हैं, जिन्हें COVID-19 वैक्सीन की दो खुराकें मिली हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह पर 10 जनवरी 2022 से एहतियाती खुराक दी जाएगी. इस एहतियाती खुराक की प्राथमिकता और अनुक्रमण दूसरी खुराक के प्रशासन की तारीख से 9 महीने यानी 39 सप्ताह के पूरा होने पर आधारित होगा.

सभी नागरिक अपनी आय की स्थिति के बावजूद सरकारी टीकाकरण केंद्र में मुफ्त COVID-19 वैक्सीनेशन के हकदार हैं. जो भुगतान करने की क्षमता रखते हैं उन्हें निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

को-विन की विशेषताएं और प्रावधान:

1. स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष के नागरिकों के लिए

A. सभी स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष के नागरिक अपने मौजूदा को-विन खाते के माध्यम से एहतियाती खुराक के लिए टीकाकरण का उपयोग करने में सक्षम होंगे.

B. एहतियाती खुराक के लिए ऐसे लाभार्थियों की पात्रता को-विन सिस्टम में दर्ज दूसरी खुराक की तारीख पर आधारित होगी.

C. को-विन सिस्टम ऐसे लाभार्थियों को खुराक के योग्य होने पर एहतियाती डोज लेने के लिए एसएमएस भेजेगा.

D. रजिस्ट्रेशन और अपॉइन्ट्मेन्ट सेवाओं को ऑनलाइन और ऑनसाइट दोनों तरीकों से एक्सेस किया जा सकता है.

E. टीकाकरण प्रमाण पत्र में एहतियाती खुराक का विवरण उपयुक्त रूप से दर्ज होगा.

2. 15-18 वर्ष की आयु के नए लाभार्थी:

A. 15 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी लोग Co-WIN पर पंजीकरण कर सकेंगे. दुनिया के अन्य देशों में, वे सभी जिनका जन्म वर्ष 2007 या उससे पहले है, वे रजिस्ट्रेशन के लिए योग्य होंगे.

B. लाभार्थी को-विन पर मौजूदा खाते के माध्यम से ऑनलाइन स्व-पंजीकरण कर सकते हैं या एक युनिक मोबाइल नंबर के माध्यम से एक नया खाता बनाकर भी पंजीकरण कर सकते हैं, यह सुविधा वर्तमान में सभी पात्र नागरिकों के लिए उपलब्ध है.

C. ऐसे लाभार्थियों को पंजीकरण मोड में सत्यापनकर्ता/टीकाकरणकर्ता द्वारा ऑनसाइट भी पंजीकृत किया जा सकता है.

D. अपॉइन्ट्मेन्ट ऑनलाइन या ऑनसाइट (वॉक-इन) बुक किया जा सकता है.

E. ऐसे लाभार्थियों के लिए, टीकाकरण का विकल्प केवल कोवैक्सिन के लिए उपलब्ध होगा क्योंकि यह 15-17 आयु वर्ग के लिए ईयूएल के साथ एकमात्र टीका है.

ये दिशानिर्देश 3 जनवरी 2022 से प्रभावी होंगे और समय-समय पर इनकी समीक्षा की जाएगी.

गौरतलब है कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंकाओं और वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन (Omicron) के देश में बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि अगले साल तीन जनवरी से 15 से 18 साल की आयु के बीच के किशोरों के लिये टीकाकरण अभियान आरंभ किया जाएगा.

साथ ही उन्होंने कहा कि 10 जनवरी से स्वास्थ्य व अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों को चिकित्सकों की सलाह पर एहतियात के तौर पर टीकों की खुराक दिए जाने की शुरुआत की जाएगी. हालांकि उन्होंने ‘बूस्टर डोज’ का जिक्र ना करते हुए, इसे ‘प्रीकॉशन डोज’ (एहतियाती खुराक) का नाम दिया.